600 भारतीय छात्रों को अमेरिका में आप्रवासन नियमों (इमीग्रेशन नियमों) के उल्लंघन के आरोप में हिरासत में लिया गया है। अमेरिकी तेलुगु एसोसिएशन के मुताबिक सभी छात्रों को आप्रवासन एजेंसी के छापे के बाद हिरासत में लिया गया है। फेसबुक पोस्ट में बताया गया कि डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी और आप्रवासन एजेंसी ने अभियान चलाकर उचित दस्तावेजों के बिना रह रहे छात्रों पर कार्रवाई की है।
होमलैंड सिक्योरिटी ने फर्मिंग्टन हिल्स में खुफिया मिशन के तहत फर्जी यूनिवर्सिटी बनाई थी। 600 से ज्यादा छात्रों को उचित दस्तावेजों के बिना रहने में मदद करने के लिए आठ लोगों को पकड़ा गया है। अमेरिकी तेलुगु एसोसिएशन (एटीई) प्रभावित लोगों की हर संभव मदद कर रहा है। एटीई ने बताया कि 600 छात्रों के गिरफ्तारी के वारंट जारी हुए थे, 100 से ज्यादा छात्र फर्मिंग्टन यूनिवर्सिटी के हैं। एटीई ने अबतक कई वकीलों से भी संपर्क किया है। आठ कंसल्टिंग एजेंट को भी संपर्क में लिया गया है।
अमेरिकी तेलुगु एसोसिएशन ने भारतीय राजदूत हर्षवर्धन सिंघला और एटलांटा में कॉन्सुलेट जनरल डॉ. स्वाति विजय कुलकर्णी से भी मुलाकात की है। राजदूत और कॉन्सुलेट जनरल मामले पर नजर बनाए हुए है और स्थानीय प्रशासन के साथ लगातार संपर्क में है। अमेरिकी तेलुगु एसोसिएशन के प्रमुख परमेश भीमरेड्डी ने इस मसले पर दूतावास को मदद का भरोसा दिया है। 31 जनवरी शाम सात बजे तेलुगु एसोसिएशन आप्रवासन अधिवक्ता रवि मन्नाम, माइकल सोफो और हेमंत रामचंद्रन के साथ इंटनेट के माध्यम से सेमीनार का आयोजन किया है।
वह इस मसले पर छात्रों को सलाह और फेक यूनिवर्सिटी से सावधान रहने के बारे में बताएंगे। एसोसिएशन के मुताबिक आप्रवासन अधिवक्ता आप्रवासन नियमों के उल्लंघन और आप्रवासन के सही तरीके की भी जानकारी देंगे।
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