लखनऊ ! किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के बैनर तले बड़ी संख्या में कर्मचारी ने सोमवार को सुबह से रजिस्टर ऑफिस के बाहर अपनी जायज़ मांगों को लेकर अनिश्चित कालीन क्रमिक आंदोलन के क्रम में धरने पर बैठ गयेे हैं ! धरने के दौरान प्रदेश अध्यक्ष रितेश मल्ल ने कहा की मुख्यमंत्री के द्वारा आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के वेतन में जो भी वेतन विसंगति है उसमें सुधार कर सभी वेतन बराबर करने के लिए चार माह पहले मुख्यमंत्री के आदेश पर एक टीम गठित की गई थी, इस कमेटी के अध्यक्ष जयंत नारलीकर, विशेष सचिव ,चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण बनाए गए थे जिसके चार माह बीत गये हैं परंतु अभी तक केजीएमयू, आरएमएल,एसपीजीआइ,आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के भविष्य को ध्यान में नहीं रखा गया और एनआरएचएम के बराबर वेतन नहीं किया गया।
प्रशासन कर रहा युवाओं का शोषण
अध्यक्ष रितेश मल्ल ने यह बताया ,कि बहुत बड़े पैमाने पर केजीएमयू के अंदर कार्यरत आउटसोर्सिंग ऐजेन्सी पीएफ, ईएसआई, जीएसटी,एवं सैलरी का घोटाला भी किया जा रहा है ,इसके विषय में शासन प्रशासन को कई बार अवगत कराया परंतु शासन प्रशासन उस पर कोई कार्यवाही नहीं कर रहा! धरने के दौरान संघ के प्रदेश महामंत्री सूरज गुप्ता ने बताया कि उत्तर प्रदेश की युवाओं को जो कि आउटसोर्सिंग एजेन्सीयो के द्वारा सरकारी संस्थानों में कार्यरत है शासन-प्रशासन लगातार हर स्तर से युवाओं का शोषण करने में लगा हुआ है लेकिन अब आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का शोषण सभी सीमाओं को पार कर चुका है अब प्रदेश का आउटसोर्सिंग कर्मचारी अपने अधिकारों के लिए हर आंदोलन करने के लिए तैयार है भले ही उसकी कोई भी कीमत क्यों ना अदा करनी पड़े !
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