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Friday, 15 February 2019

फिर सर्जिकल स्ट्राइक कर सकता है भारत, हरी झंडी दी गई!

नई दिल्ली। भारत एक बार फिर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में घुसकर कार्रवाई से परहेज नहीं करेगा। सेना और सुरक्षा बल दो स्तरों पर कार्रवाई के लिए एक्शन प्लान पर काम करेंगे। सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति के बाद उच्च स्तर पर मिले संकेत से साफ है कि भारत इस बार पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ ज्यादा बड़ी कार्रवाई को तैयार है।

एक्शन प्लान के समन्वय का जिम्मा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल के पास है। सूत्रों ने कहा कि कार्रवाई तुरंत होगी यह कहना मुश्किल है, लेकिन जरूर होगी। उरी हमले के बाद की कई कार्रवाई से ज्यादा बड़ी कार्रवाई के लिए हरी झंडी दी गई है।

समर्थन जुटाया जाएगा
भारत पुलवामा हमले पर डोजियर तैयार करके दुनिया के बड़े देशों को पाक प्रायोजित आतंकवाद पर कार्रवाई के लिए साथ लेने का प्रयास करेगा। सूत्रों ने कहा कि अमूमन सीएसएस की बैठक के बारे में कोई जानकारी साझा नहीं की जाती। लेकिन इस बार कड़ा संदेश देने के लिहाज से बैठक की जानकारी सार्वजनिक की गई और सीमित रूप से एजेंडे को भी सार्वजनिक किया गया। सुरक्षा बलों से कहा गया है कि वे ऐसा जवाब दें कि दुश्मन याद रखे।

युद्धस्तर पर अभियान
सूत्रों ने कहा कि सुरक्षा बल घाटी में ऑपरेशन ऑलआउट के तहत चल रही कार्रवाई का दायरा बढ़ाते हुए सभी संदिग्ध स्थानों की घेरेबंदी करके व्यापक पैमाने पर कार्रवाई करेंगे। दक्षिण कश्मीर में बचे हुए अड्डों को तबाह करने के लिए युद्धस्तर पर अभियान चलाया जाएगा।

बख्शे नहीं जाएंगे
आतंकियों के खिलाफ सहानुभूति दिखाने वाले या उनका बचाव करने की कोशिश करने वाले पत्थरबाजों को भी नहीं बख्शा जाएगा। सुरक्षा बल से जुड़े एक अधिकारी ने कहा कि हम जैश, लश्कर व हिजबुल के सभी आतंकियों का खात्मा करके दम लेंगे। यह फैसला हो चुका है। जिन भी हथियारों के उपयोग की जरूरत होगी की जाएगी।

साझा कार्रवाई संभव
अधिकारी अपनी रणनीति सार्वजनिक करने से परहेज कर रहे हैं। सूत्रों ने कहा कि जहां पर जरूरी होगा सुरक्षा बलों की संख्या बढ़ाई जाएगी। हथियारों का उपयोग राजनीतिक निर्देशों पर नहीं, बल्कि परिस्थितियों पर निर्भर करेगा। सीआरपीएफ और सेना के साथ बीएसएफ को भी साझा कार्रवाई में शामिल करने पर विचार हुआ है।

पीओके के कैंप पर नजर
सूत्रों ने कहा कि खुफिया एजेंसियों को पीओके में आतंकी कैंप की ताजा स्थिति और वहां चल रही गतिविधि पर पूरी नजर रखने को कहा गया है। अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बीएसएफ को भी पाक रेंजर्स व पाक सेना की गतविधियों से सतर्क रहने को कहा गया है।

सैन्य व सुरक्षा बलों को खुली छूट का मतलब यह नहीं है कि वे मनमानी करेंगे। उन्हें यह स्वतंत्रता जरूर होगी कि वह स्थिति भांपकर किसी आदेश का इंतजार किए बगैर कठोर एक्शन लें ताकि आतंकियों व उनका समर्थन करने वालों का हौसला पस्त हो।

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