सीएम योगी आदित्यनाथ बोले , नर्सिंग से पवित्र कोई कार्य नहीं | Alienture हिन्दी

Breaking

Post Top Ad

X

Post Top Ad

Recommended Post Slide Out For Blogger

Sunday 10 February 2019

सीएम योगी आदित्यनाथ बोले , नर्सिंग से पवित्र कोई कार्य नहीं

गोरखपुर 10 फरवरी । गोरखनाथ मंदिर के दिग्विजयनाथ स्मृति सभागार में आज रविवार को गुरु गोरक्षनाथ नर्सिंग स्कूल और गुरु गोरक्षनाथ कालेज ऑफ नर्सिंग के दीप प्रज्ज्वलन व शपथ ग्रहण समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नर्सिंग से पवित्र कोई कार्य नहीं। यह सेवा का सबसे बड़ा माध्यम है। इसमें रोजगार की गारंटी तो होती ही है मानवता की सेवा का अवसर भी मिलता है।

सेवा की शपथ लेने वाली नर्सिंग छात्राओं से मुख्यमंत्री ने अपील की कि वह सेवा को कर्तव्य मानकर मानवता की सेवा में जुट जाएं। स्वास्थ्य सेवाओं में नर्सिंग की उपयोगिता की चर्चा करते हुए उन्होंने नर्सिंग छात्राओं की हौसलाफजाई की। कहा कि नर्सिंग स्वास्थ्य सेवाओं की रीढ़ है। जिस चिकित्सा संस्थान को जितना कुशल नर्सिंग स्टाफ मिलता है, उसकी स्वास्थ्य सेवा उतनी ही बेहतर हो जाती है। नर्सिंग क्षेत्र में संवेदनशीलता की भूमिका की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्सिंग का क्षेत्र संवेदनाओं से जुड़ा हुआ है। संवेदनशील नर्स ही मरीज की भावनाओं को समझ कर और उससे जुड़कर बेहतर चिकित्सा सेवा दे सकती है। ऐसे में सभी को कर्तव्यपालन के साथ-साथ मरीजों के प्रति संवेदनशील होने की शपथ भी लेनी होगी।

प्रदेश में चिकित्सा के तेजी से बढ़ते इंतजाम की चर्चा करते हुए योगी ने कहा कि आजादी के बाद से 2014 तक यहां महज 13 मेडिकल कालेज थे जबकि 2014 के बाद महज चार साल में 13 और मेडिकल कालेज खोल दिए गए। इतना ही नहीं केंद्र सरकार ने गोरखपुर और राय बरेली को एम्स का तोहफा भी दिया है। एम्स के लेकर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के योगदान की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंंने ही यह फैसला किया था कि केवल दिल्ली में ही नहीं बल्कि देश के हर क्षेत्र में एक एम्स होना चाहिए। इसी का नतीजा है कि आज देश के हर राज्य में या तो एक एम्स बन चुका है या फिर फिर इसका कार्य शुरू होने वाला है।

इस अवसर पर प्रदेश के चिकित्सा और स्वास्थ्य मंत्री आशुतोष टंडन ने कहा कि मरीज के इलाज में जितनी भूमिका दवा की होती है, उतनी ही व्यवहार की भी होती है। ऐसे में नर्सिंग सेवा में व्यवहार का काफी महत्व है। इसलिए नर्सिंग का कोर्स करने वाली हर छात्रा को न केवल मरीजों की चिकित्सीय सेवा की ही ट्रेनिंग लेनी चाहिए बल्कि अपना व्यवहार भी मृदु बनाए रखना चाहिए। इससे मरीज को इस बात की संतुष्टि मिलती है कि उसका यथोचित ध्यान रखा जा रहा है और वह संतुष्टि के भाव की वजह से जल्द ठीक हो जाता है।

उन्होंने कहा कि चिकित्सा के क्षेत्र में एक चिकित्सक के साथ नर्स की भी महती भूमिका होती है। वह हर मरीज को अपना भाई मानकर सेवा करती है, जिसकी वजह से ही मरीजों के स्वास्थ्य में तेजी से सुधार होता है। प्रदेश में चिकित्सा सुविधाओं को गिनाते हुए चिकित्सा मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार प्रदेश सरकार की प्राथमिकताओं में है। प्रदेश में कई नए मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे है तो दो स्थानों पर एम्स की नींव पड़ चुकी है। प्रयास से ही इंसेफेलाइटिस, डेंगू और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों पर काबू पाया जा सका है। चिकित्सा सुविधा के क्षेत्र में प्रदेश नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है।

 

No comments:

Post a Comment

Post Top Ad