-एसटीएफ ने पश्चिम बंगाल से किया गिरफ्तार
-वर्षो से भारतीय अर्थव्यवस्था को लगा रहा था चूना
-जनपद बांदा पुलिस, एनआईए व एटीएस लखनऊ द्वारा की जायेगी कार्रवाई
लखनऊ। एसटीएफ ने जाली भारतीय मुद्रा की तस्करी करने वाले गिरोह के ईनामी सरगना को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। आरोपित के कब्जे से नकदी व मोबाइल फोन बरामद हुआ है। आरोपित ने अपने साथी के साथ मिलकर जाली नोटों भारत में खपाता है। हालांकि उसके साथी की तलाश में दबिश दी जा रही है।
आईजी एसटीएफ अमिताभ यश ने बताया कि पश्चिम बंगाल के फरक्का व मालदा से रुपए 500 व 2000 के जाली भारतीय नोटों की देश के विभिन्न प्रान्तों में आपूर्ति करने वाले गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 2000 रुपए के 230 भारतीय जाली नोट बरामद किये गये थे। पूछताछ से ज्ञात हुआ था कि मालदा पश्चिम बंगाल निवासी मिथुन द्वारा जाली नोटों की आपूर्ति की गयी थी। मिथुन वर्ष 2014 से निरन्तर इस जाली नोटों के कारोबार में लिप्त था। जनपद बांदा के थाना कोतवाली नगर बिसन्डा, अतर्रा व नरैनी में वर्ष 2014/15/16/17 में जाली भारतीय नोटों से सम्बन्धित अभियुक्तों की गिरफ्तारी होने के साथ साथ बड़ी मात्रा में जाली भारतीय नोट बरामद हुए थे। प्रत्येक प्रकरण में गिरफ्तार अभियुक्तों ने मालदा पश्चिम बंगाल निवासी मिथुन द्वारा उन्हें जाली नोट आपूर्ति किये जाने की बात बतायी गयी थी, जिसपर पुलिस उपमहानिरीक्षक चित्रकूट धाम परिक्षेत्र, बांदा ने इस अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए 50000 रूपये का पुरस्कार घोषित किया गया था। वर्ष 2018 में एसटीएफ व एटीएस द्वारा गिरफ्तार किये गये अभियुक्तगणों ने भी मिथुन से ही जाली नोट प्राप्त करने की बात बताई थी। एसटीएफ एसएसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि एसटीएफ की टीम ने मालदा पश्चिम बंगाल स्थित सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जी सेल से समन्वय स्थापित कर कार्यवाही प्रारम्भ की गयी। इसी दौरान जानकारी मिली कि मिथुन उर्फ अब्दुल सलाम देर रात ही अपने घर आने वाला है। इस सूचना पर एसटीएफ व सीमा सुरक्षा बल की संयुक्त टीम ने उसके घर दबिश देकर समय 3.35 बजे गिरफ्तार कर लिया । पूछताछ में आरोपित ने अपना नाम व पता मिथुन उर्फ सलाउद्दीन मियां उर्फ अब्दुल सलाम उर्फ सलाम पुत्र मनीरूल मियां निवससी नीचू टोला (घोस टोला) थाना कालिया चक जनपद मालदा, पश्चिम बंगाल बताया है।
टीम ने आरोपित को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, मालदा पश्चिम बंगाल के समक्ष प्रस्तुत कर तीन दिवस का ट्रान्जिट रिमाण्ड स्वीकृत होने पर जनपद बांदा लाया जा रहा है, जिसे जनपद बांदा स्थित सक्षम न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जायेगा। अभियुक्त के विरूद्ध अग्रिम विधिक कार्यवाही जनपद बांदा पुलिस, एनआईए व एटीएस लखनऊ द्वारा की जायेगी।
40 हजार के बदले एक लाख के जाली नोट
गिरफ्तार अभियुक्त मिथुन उर्फ अब्दुल सलाम ने पूछताछ पर बताया कि जाली भारतीय नोट बांग्लादेश के माध्यम से पश्चिम बंगाल को लायी जाती है। इस गिरोह का संचालन उसके अतिरिक्त एक अन्य व्यक्ति जियाउलहक द्वारा भी किया जाता है। बांग्लादेश से जाली नोट मंगाने की जिम्मेदारी जियाउलहक की है और जाली नोटों को खपाने का दायित्व उसका है। देश के विभिन्न प्रान्तों में जिन भी व्यक्तियों को उसने जाली नोटों की आपूर्ति की है वह लोग उसे मिथुन के नाम से ही जानते है, जो उसका वास्तविक नाम नहीं है। उसने बताया कि 44,000 असली भारतीय नोटों के बदले 1,00,000 रुपए के जाली नोट दिया जाता है। बांग्लादेश से जाली नोटों की आपूर्ति के सम्बन्ध में जियाउलहक को ही जानकारी है।
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