तरुनमित्र की खबर का हुआ असर
प्रधान के विरुद्ध 67 सी की कार्रवाई के आदेश पारित
पिहानी।हरदोई।विकास खण्ड पिहानी के अंतर्गत ग्रामसभा शाहपुर सैदान के प्रधान सुरेश पुत्र रामरतन के कुप्रशासन और भृष्टाचार से आहत होकर गांव के ही एक किसान इब्ने अली पुत्र फैयाज हुसैन ने वित्तीय माह जनवरी वर्ष 2019 में मुख्यमंत्री जन सुनवाई पोर्टल के माध्यम से शिकायत की थी जिसमें उसने आरोप लगाया कि गांव की चकरोड गाटा संख्या 435 पर ग्राम प्रधान सुरेश उपरोक्त की गाटा संख्या 414 में मिलाकर पक्की नाली व बेशकीमती वृक्षों को लगाकर वर्षों से अवैध कब्जा किए है जिसके कारण उसकी गाटा संख्या 436 नम्बर खेत का आंशिक भाग प्रतिवर्ष काट लिया जाता है और रास्ता अवरुद्ध होने से खड़ी फसल को नुकसान होता है।जिस पर सुनवाई के दौरान सहायक चकबंदी अधिकारी अब्दुल्ला नगर स्थित पिहानी सुरेश दत्त त्रिपाठी व चकबंदी लेखपाल पंकज यादव ने मौके पर जाकर स्थलीय निरीक्षण किया तो प्रधान सुरेश ने उनसे भी तीखा दुर्व्यवहार किया और अपनी हीन मानसिकता का उनको परिचय दिया।जहां पर प्रधान द्वारा 435 नम्बर गाटा भूमि पर प्रधान का अवैध कब्जा पाया गया और उसी कब्जाई भूमि पर चन्दन,जामुन, नीम जैसे तकरीबन दस 5-7 साल तक के कुल 63 वृक्षों को लगा भी पाया गया। शिकायतकर्ता की शिकायत को सही ठहराया गया।जिसके उपरांत चकबंदी अधिकारियों ने अवरुद्ध हो रही रास्ता की कब्जाई गई उक्त भूमि को कब्जामुक्त करने के लिए प्रधान को लिखित रूप से नोटिस दिए तथा बीच रास्ते में खड़े वृक्षों को कटवाकर अवरुद्ध रास्ता को खोलने का भी नोटिस दिया।मगर प्रधान ने अपनी दबंगई के बल पर वृक्षों को स्वयं वन रेंज पिहानी से परमिट बनवाए वगैर कटवा लिया ।अवरुद्ध रास्ता खोलने से और कब्जायुक्त भूमि को कब्जामुक्त कर छोड़ने से प्रधान ने साफ इंकार किया।जिसके चलते ग्राम वासियों को आने-जाने में परेशानी हो रही है और शिकायतकर्ता के खेत से लोगों को गुजर कर निकलना पड़ता है इस तरह ग्राम प्रधान की दबंगई को देखते हुए अधिकारियों ने उसके विरुद्ध नियम 67-सी की कार्यवाही किए जाने के लिए तहसील शाहबाद में आख्या प्रेषित की।जहां पर मौजूद परगना पण्डरवा कानूनगो उमाकांत दीक्षित ने प्रधान को बचाने की नियत से अपनी रिपोर्ट न लगाकर और 67-सी की कार्रवाई को रोक लिया।प्रधान पर कोई कार्यवाही न होने से उसके हौसले बुलंद होते जा रहे हैं आज भी ग्रामवासी इस दबंग प्रधान के बुलंद हौसलों के चलते उसकी गुंडई से बहुत हैरान और परेशान है।चंदन,नीम,जामुन जैसे कीमती जैसे कुल 63 वृक्षों चकरोड की परिधि में सिद्ध होते हैं जिनको ग्राम प्रधान ने अपने निजी वृक्ष बता कर काट लिया है।वन- विभाग रेंजर ऑफिसर राम प्रकाश व विजय शंकर वन उप-निरीक्षक ने एख साथ कई अन्य विभागीय अधिकारियों को साथ लेकर मौके पर जाकर मुआएना किया जहाँ पर दो नीम व जामुन कटे होने की पुष्टि हुई।फिलहाल वन विभाग के अधिकारियों ने वन संरक्षण अधिनियम के तहत विधिक कार्रवाई कर उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट सौंप दी है।सूत्र बताते हैं कि भृष्ट प्रधान रातों-रात जड़ों को खुदवाकर कटे वृक्षों की शिनाख्त मिटाना के लिए प्रयासरत है।
No comments:
Post a Comment