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Monday 18 March 2019

हरदोई- बिलग्राम में सट्टे का कारोबार जोरों पर ,खुलेआम लिखी जा रही पर्चियां

,हरदोई -बिलग्राम नगर में सट्टे का कारोबार जोर शोर से चल रहा है जिसकी जद में अब भोले भाले ग्रामीण भी आने लगे हैं। पहले ये कारोबार एक दो जगहों पर पुलिस से बचकर चोरी छुपे खेला जाता था परंतु तीन चार महीनों से सट्टे ने जोर पकड़ा है और अब ये खुलेआम होने लगा है।लोगों की माने तो नगर के कई मोहल्लों सहित विभिन्न चौराहों पर भी खुलेआम सट्टे की पर्चियां लिखी जातीं है जिसमें पुलिस जानबूझकर शायद अंजान बनी हुई है और कोई कार्रवाई नहीं करती है जिससे सट्टा कारोबारी खुलेआम गरीबों को अपना निशाना बना रहे हैं। सट्टे की जद में वो गरीब लोग ज्यादा आ रहे हैं जो जल्दी अमीर होने के लिये दिन भर दिहाड़ी मजदूरी करने वाले या पान पुडिया बेचने वाले सौ पचास रुपये कमाते हैं और शाम को ऐसे ही लोग अपनी गाढ़ी कमाई का ज्यादातर पैसा सट्टे में लगा कर परिवार को भूखा सुला देते हैं। आपको बता दें सट्टे के खेल में एक से लेकर सौ गिनती वाले खाने होते हैं। जिसमे खेलने वालो को एक से सौ गिनती के बीच किसी एक खाने पर पैसे लगाने होते हैं। अब इन्ही सौ गिनतियों में से कोई एक नंबर आता है जिसने पैसे लगाये होते हैं यदि उसका नंबर आ गया तो एक के अस्सी गुना पैसा दिया जाता है। मिसाल के तौर पर यदि किसी व्यक्ति ने 81 नंबर पर दस रुपये लगाये ,दूसरे दिन सुबह जब नंबर खुला और 81 नंबर आ गया तो पैसे लगाने वाले व्यक्ति को दस रुपए के बदले आठ सौ रुपए दिये जायेंगे।इसी अस्सी गुना पैसों की लालच में न जाने कितने घर बर्बाद हो गए और न जाने कितनी मांगें उजड़ गयीं, लेकिन अभी तक सट्टे से कोई अमीर नहीं हो पाया। अब होली आने वाली है इन त्यौहारों पर सटोरियों के पास सुबह से शाम तक भीड़ देखते बनती है वो इस लिये कि कहीं नंबर निकल आया तो होली शान से मनेगी, लेकिन ये नहीं जानते अगर नंबर नहीं आया तो घरों के बच्चे और परिवार की होली कैसे मनेगी। जो पैसा था वो तो सट्टे में लगा दिया है। सूत्रों की माने तो बिलग्राम में सट्टा कराने वाले लोग अच्छे परिवार से ताल्लुक़ रखते हैं। फिर भी न जाने क्यों, वो ये गैरकानूनी कार्य कर अपने और अपने परिवार का नाम बदनाम करते हैं।

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