लखनऊ। बहुचर्चित श्रवण साहू हत्याकांड में शामिल पुलिसकर्मियों ने फि ल्मी अंदाज में कोर्ट में बुर्का पहनकर सरेंडर किया। बताते चलें कि पुलिस ने बीते दिनों अलीगंज से आरोपी दारोगा धीरेन्द्र शुक्ला को अलीगंज के सरकारी मकान से गिरफ्तार किया था। साथ ही सभी फ रार चल रहे पुलिसकर्मियों पर 15-15 हजार का इनाम भी घोषित हुआ था । इसी मामले में आज बर्खास्त दोनों सिपाहियों ने नकाब पहनकर पुलिस को चकमा दिया और खुद को कोर्ट में सरेंडर कर दिया । आरोपी तीन साल से पुलिस अधिकारियों को चकमा देकर घूम रहे थे।
जनवरी 2017 को ठाकुरगंज कैम्पल रोड पर स्थित तेल व्यवसायी श्रवण साहू के बेटे आयूष साहू की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जिसमें श्रवण साहू अपने बेटे का केस लड़ रहे थे तभी उनको फ र्जी मामले में फ ंसाकर टार्चर किया जा रहा था। जिसके बाद ही उनकी 1 फ रवरी 2017 को बदमाशों ने गोली मारकर मौत की नींद सुला दी थी । तभी पुलिस के प्रति लोगों में आक्रोश व्याप्त हो गया था। जिसके बाद ही तत्कालीन एसएसपी मंजिल सैनी ने मामले की जांच कर रहे सभी पुलिसकर्मियों पर एफआईआर दर्ज कर बर्खास्त कर दिया था । तभी से सभी आरोपी पुलिसकर्मी फ रार चल रहे थे । इसके अलावा सीबीआई ने इस मामले में 6 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल किया था और कोर्ट द्वारा सभी आरोपियों के खिलाफ कुर्की के आदेश भी जारी किया गया था। सीओ चौक ने बताया कि ठाकुरगंज थाने दारोगा समेत तीन पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। सोमवार को दोनों सिपाहियों ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया,जबकि दारोगा को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।
पुलिसकर्मियों पर दर्ज हुआ मुकदमा
10 जनवरी 2017 को अकील के इशारे पर पारा थाने की पुलिस और क्राइम ब्रांच के पुलिसकर्मियों ने श्रवण साहू को फं साने के लिए चार निर्दोष युवकों कामरान, अफ जल, तमीम और अनवर को असलहे के साथ गिरफ्तार कर जेल भेजा था। बेकसूर लोगों को जेल से तो रिहा कर दिया गया था, लेकिन अकील ने शूटरों से श्रवण साहू की हत्या करा दी थी। बेकसूर लोगों को फ ंसाने में १४ पुलिसकर्मियों पर मुकदमा हुआ था।
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