रामसनेहीघाट, बाराबंकी। गांवों को शौचमुक्त करने का अधिकारियों को इतनी जल्दी है कि बिना शौचालय निर्माण के ही गांवों में शौच मुक्त का बोर्ड लगवा दिया गया।विकास खण्ड बनीकोडर के लगभग सभी गांवों में कुछ शौचालय निर्माण करवा के अधिकारियों द्वारा ओडीएफ़ का बोर्ड तो लगवा दिया गया है लेकिन सुबह शाम शौच के लिए खुले में जाने वाली महिलाओं व पुरुषों की लाइन इसकी हकीकत को बयां करने के लिए काफी है।ताजा मामला तहसील रामसनेहीघाट के ग्राम पंचायत जरौली का है जहाँ पर बिना शौचालय निर्माण के ही गांव को खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) घोषित कर बोर्ड लगवा दिया गया है।यहां कागजों में शौचालय बनाकर गांव को ओडीएफ का तमगा दे दिया गया है।इतना ही नहीं कई लोगों का तो कागजों पर और सरकारी वेबसाइट पर शौचालय बना दिया गया है, जबकि सरकारी नुमाइंदों का दावा है कि जिले के सभी गांव के हर घर में शौचालय बन चुका है। तभी तो गांव को खुले में शौचमुक्त घोषित भी कर दिया गया है। इस पर ग्रामीणों से बात की गई तो ग्रामीण खुद बताने लगे कि उनके यहां न तो शौचालय बना है और न ही आवास, लेकिन सरकारी वेबसाइट के हिसाब से इन लोगों के यहां शौचालय बन चुका है और राशि भी निकल चुकी। गांव में जो शौचालय बनाए गए हैं, वो भी आधे-अधूरे हैं, लेकिन गांव खुले में शौचमुक्त हो चुका है। वहीं फर्जी तरीके से गांव को ओडीएफ घोषित करने पर सरकार के भ्रष्टाचारी नुमाइंदे और जनप्रतिनिधि मौन है।
Post Top Ad
Sunday 17 March 2019
बिना शौचालय निर्माण के ही गांव शौच मुक्त घोषित
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment