*प्रधान के कुप्रशासन और भृष्टाचार से ग्रामवासी दुखी*
*प्रधान का भेदभावपूर्ण रवैया बो रहा समाज में नफरत के बीजःबिगड़ रहा आपसी सौहार्द*
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पिहानी/हरदोई।ज्ञात हो कि विकास खण्ड पिहानी के अंतर्गत एक ग्राम सभा शाहपुर सैदान गांव है जहाँ के ग्राम प्रधान सुरेश कुशवाहा हैं।यहाँ वास्तविक रूप से विकास के नाम पर लोग प्रधान की कार्यप्रणाली से बेहद दुःखी व हैरान और परेशान नजर आए हैं।समुदाय विशेष के साथ प्रधान का भेदभावपूर्ण रवैया समाज में मतभेद,असमानता और नफरत के बीज बो रहा है।बीते कुछ दिनों पूर्व गांव की चकरोड भूमि पर खड़े बेशकीमती हरे चन्दन,नीम,और जामुन जैसे बेशकीमती 63 वृक्षों को प्रधान ने अपनी दबंगई से वन विभाग से परमिट लिए वगैर कटा लिया था।जिसकी सूचना पाकर हमारे क्षेत्रीय संवाददाता खबर का संकलन करने बीते शुक्रवार को शाहपुर पहुंचे।वहां पहुंच कर प्रधान के द्वारा व्याप्त कुप्रशासन और भृष्टाचार का एक ऐसा बड़ा मामला प्रकाश में आया है जिसने ओडीएफ के दावों को झूठ साबित कर शासनादेशों की भी धज्जियां उड़ा कर रख दी हैं।ग्राम सभा के एक समुदाय विशेष ने उक्त ग्राम प्रधान पर भेदभाव की भावनाओं से ओत-प्रोत होकर मतभेद मानकर असमानता की दृष्टि से शौचालय योजना का लाभ न देने का आरोप लगाया है।ग्राम सभा में तकरीबन 40 प्रतिशत मुस्लिम अल्पसंख्यक समाज के लोग रहते हैं और बाकी 60 प्रतिशत जनता अन्य समुदाय की है।आरोप है कि वर्तमान प्रधान सुरेश पुत्र रामरतन और पंचायत मित्र स्वामी दयाल राठौर पुत्र रामलाल राठौर निवासी शाहपुर ने आज तक मुस्लिम समुदाय के 4-6 मुस्लिम नाई परिवारों के अलावा किसी को भी शौचालय योजना का लाभ नहीं दिलाया।आज भी इस गांव में मुस्लिम समुदाय के 95 प्रतिशत घर परिवार की महिला-पुरुष और बच्चे कमाऊ शौचालय जैसी पुरानी प्रथा को कायम किए हैं। यहाँ मुस्लिम समाज के अधिकांश परिवारों ने सरकार और उसकी योजनाओं पर प्रशंसा जताई मगर प्रधान और ग्राम पंचायत अधिकारी व पंचायत मित्र के क्रियाकलापों से आहत परिवारों ने अपना जो दुःख बयान किया वह देखते बनता है कि यहां के गरीब असहाय व विकलांग परिवारों को ग्राम प्रधान ने प्रधानमंत्री आवास से कालोनी दिलाने के नाम पर अग्रिम धन वसूली कर ठगी का शिकार बना लिया और न तो आज तक प्रधानमंत्री योजना से आवास निर्माण की किश्तें मुहैया कराईं और न ही स्वच्छ भारत मिशन के तहत खुले मैदानों से शौचमुक्त होने के लिए शौचालय योजना का लाभ दिलाया।
समुदाय विशेष ने एक राए होकर ग्राम प्रधान पर यह आरोप लगाया है कि उसने आपसी सौहार्द का नाता न रखकर हमसे भेदभाव का व्यवहार किया है जबकि चुनाव में हम लोगों ने उसे वोट देकर प्रधान बनाया फिर भी असमानता जैसी विद्वेष पूर्ण भावनाओं का अहंकार लेकर हमें सरकारी योजनाओं से वंचित किए है।जोकि प्रधान और पंचायत मित्र की तुच्छ मानसिकता को उजागर कर रही है।
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