नई दिल्ली। पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज़ और अपनी सटीक टिप्पणी के लिये मशहूर गौतम गंभीर ने कहा है कि भारत को विश्वकप में 16 जून को पाकिस्तान के साथ अपना मैच नहीं खेलना चाहिये और यदि दोनों टीमें फाइनल में पहुंच भी जाती हैं तो भारतीय टीम को फाइनल से हटकर अंतरराष्ट्रीय स्तर तक गंभीर संकेत पहुंचाना चाहिये। क्रिकेट से संन्यास ले चुके और राजनीति में उतरने की अटकलों के बीच गंभीर ने सोमवार को ‘फनगेजडॉटकॉम’ द्वारा 15 क्रिकेटरों को आस्ट्रेलिया के पर्थ के लिये रवाना करने के विदाई कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से कहा,“ हमें पाकिस्तान के साथ हर प्रकार के खेल और क्रिकेट संबंधों को तोड़ लेना चाहिये।”
गंभीर ने कहा,“ भारत को 30 मई से इंग्लैंड में शुरू होने वाले विश्वकप में 16 जून को पाकिस्तान के साथ मैच को तो किसी भी हालत में नहीं खेलना चाहिये। यदि दोनों टीमें फाइनल में पहुंच जाती हैं तब भी भारत को फाइनल का बायकॉट कर पूरी दुनिया को एक जबरदस्त संदेश देना चाहिये कि उनके लिये देशहित पहले है और वे देश के लिये कोई भी कुर्बानी देने को तैयार हैं।”यह पूछने पर कि यदि भारत ऐसा बॉयकॉट करता है तो उसे अंतरराष्ट्रीय खेल मंच पर अलग थलग रहना पड़ सकता है, गंभीर ने कहा,“देश के लिये कई बार बड़ी कुर्बानी देनी पड़ती है और हमें ऐसी कुर्बानी के लिये तैयार रहना चाहिये।” जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर आतंकवादी हमले के बाद गंभीर ने कड़े शब्दों में कहा था कि भारत को पाकिस्तान के साथ हर खेल संबंध तोड़ लेना चाहिये।
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