विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को भारत को सौंपकर प्रधानमंत्री इमरान खान अपनी राजनीतिक कुशलता साबित कर सकते हैं। स्वराज ने कहा, अगर इमरान खान (पाकिस्तानी प्रधानमंत्री) इतने उदार हैं तो दे दे मसूद अजहर को हमें।
स्वराज ने बुधवार को यहां एक समारोह में आतंक पर पाकिस्तान की दोहराई गई बात का मजाक उड़ाते हुए कहा कि पुलवामा के बाद भी ऐसे दोहरे चरित्र के कई उदाहरण हैं। एक बिंदु पर पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि जैश प्रमुख मसूद अजहर पाकिस्तान में है और दूसरी तरफ, पाक सेना ने कहा कि जैश का पाकिस्तान में कोई अस्तित्व नहीं है।
पाकिस्तान के 27 फरवरी के दुस्साहस पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा, जैश की ओर से पाकिस्तानी सेना ने हम पर हमला क्यों किया? उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ना केवल जैश को अपनी जमीन पर गतिविधियां चलाने की इजाजत देता है बल्कि उसे धन भी उपलब्ध कराता है। और यदि कोई देश जवाबी कार्रवाई करता है, तो पाकिस्तान इस आतंकी संगठन की ओर से उसपर हमला करता है। उन्होंने पूछा, आपको हमला क्यों करना पड़ा, क्या आपने मसूद अजहर की ओर से प्रतिशोध नहीं लिया?
विदेश मंत्री ने कहा कि जब तक पड़ोसी देश अपनी धरती पर आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करता, भारत पाकिस्तान के साथ बातचीत नहीं कर सकता। उन्होंने भारत सरकार की नीति को बिल्कुल स्पष्ट बताते हुए कहा, हम आतंक पर बात नहीं करना चाहते हैं, हम उस पर कार्रवाई चाहते हैं।
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