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Thursday, 4 April 2019

मेट्रो ट्रेन-रैपिड रेल कॉरिडोर के वसुंधरा में जुड़ेंगे स्टेशन

गाजियाबाद। नोएडा सेक्टर-52 इलेक्ट्रॉनिक सिटी से मोहननगर तक प्रस्तावित मेट्रो और दिल्ली से रैपिड रेल कॉरिडोर के वसुंधरा सेक्टर-2 मेट्रो स्टेशन जुड़ेगा। इन कॉरिडोर को बनाने की कवायद तेज होने लगी है। जीडीए उपाध्यक्ष कंचन वर्मा की अध्यक्षता में दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी)और नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एनसीआरटीसी) एवं जीडंीए अधिकारियों की सभागार में बैठक हुई। बैठक  सुझाव दिया कि रैपिड रेल के साहिबाबाद स्टेशन और नोएडा इलेक्ट्रॉनिक सिटी से मेट्रो ट्रेन कॉरिडोर के वसुंधरा सेक्टर-2 स्टेशन की लोकेशन बदली जाए। दोनों के बीच की दूरी घटाकर 300 से 400 मीटर के बीच की जाए। ताकि मेट्रो और रैपिड रेल के कॉरिडोर आसानी से जुड़ सकें। जीडीए उपाध्यक्ष कंचन वर्मा के समक्ष डीएमआरसी और एनसीआरटीसी के अधिकारियों ने कहा है कि वह संयुक्त सर्वे करेंगे। फिजिबिलिटी देखने के बाद ही आगे की प्लानिंग की जाएगी। जीडीए मेट्रो ट्रेन का विस्तार करने के लिए नोएडा सेक्टर-62 इलेक्ट्रॉनिक सिटी से मोहननगर तक 5.917 किमी लंबे मेट्रो कॉरिडोर की संशोधित डीपीआर डीएमआरसी से तैयार कराई हैं। इस रूट पर 6 स्टेशन बनेंगे। इनमें डीपीएस इंदिरापुरम,शक्तिखंड,वसुंधरा सेक्टर-5,वसुंधरा सेक्टर-2 और मोहननगर स्टेशन शामिल हैं। मोहननगर पर इस कॉरिडोर को दिलशाद गार्डन से शहीद स्थल न्यू बस अड्डा मेट्रो रेड लाइन से जोड़ा जाएगा। वहीं एनसीआरटीसी ने दिल्ली से मेरठ के पल्लवपुरम तक प्रस्तावित 82 किलोमीटर लंबे रैपिड रेल कॉरिडोर को वैशाली से मोहननगर तक आने वाले मदन मोहन मालवीय मार्ग पर साहिबाबाद के पास नोएडा इलेक्ट्रॉनिक सिटी से मोहननगर मेट्रो लाइन से जोड़ा जाए। रैपिड रेल का साहिबाबाद स्टेशन और मेट्रो का वसुंधरा सेक्टर-2 स्टेशन सबसे करीब होगा। यहीं दोनों कॉरिडोर स्काईवॉक बनाकर जोड़े जा सकते हैं। इन दोनों स्टेशनों के बीच की दूरी करीब 900 मीटर पाई गई। इतना लंबा स्काईवॉक बनाना मुश्किल होगा। साथ ही लोगों के लिए एक से दूसरे कॉरिडोर पर इतना पैदल चलकर जाना भी संभव नहीं होगा।जीडीए के चीफ इंजीनियर विवेकानंद सिंह ने बताया कि कॉरिडोर को लिंक करने के लिए मंथन किया गया।डीएमआरसी और एनसीआरटीसी ने स्टडी के बाद लोकेशन बदलने की प्लानिंग हो सकती है।

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