लखनऊ। एसटीएफ ने तिहाड़ जेल में बंद सीरियल किलर भाइयों सलीम,रुस्तम व सोहराब गैंग के दो सक्रिय बदमाशों को जनपद हरदोई के सण्डीला कोतवाली क्षेत्र मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। पुलिस के अनुसार घेराबंदी देखकर बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। लेकिन पुलिस टीम ने दोनों अभियुक्तों को धर दबोचा। पकड़े गए आरोपी जेल में बंद सीरियल किनर भाइयों के लिए फिरौती व रंगदारी वसूलने का करते थे। गिरफ्तार दोनों आरोपित लखनऊ में बंधक बनाकर रंगदारी वसूलने के मुकदमे में वांछित चल रहे थे। पकड़े गए बदमाशों के पास से पुलिस ने एक तमंचा, दो कारतूस, 5200 रुपये की नकदी, स्कूटी व दो मोबाइल बरामद हुए हैं। दोनों बदमाशों को पुलिस ने जेल भेज दिया है।
एसटीएफ के एसएसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि सीरियल किलर भाइयों सलीम,रुस्तम व सोहराब गैंग के सदस्यों द्वारा रंगदारी मांगने के मामले सामने आया था। इस संबंध में एक टीम बदमाशों को गिरफ्तार करने के लिए लगाया गया था। टीम आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए हरदोई रोड में रहीमाबाद कस्बा के आगे संडीला थाना क्षेत्र के पहले मुखबिर की सूचना पर पहुंची। मुखबिर ने बताया कि लूट बंधक बनाकर रंगदारी वसूलने के मामले में दो अभियुक्त इधर से गुजरने वाले हैं। आरोपी हथियार भी रखते हैं। इस पर पुलिस इंतजार कर ही रही थी। सी दौरान स्कूटी सवार दो लोग आते दिखाई दिये। टीम ने रोकने का इशारा किया तो फायरिंग करने लगे। इस पर पुलिस ने जैसे ही घेराबंदी कर दोनों अभियुक्तों को गिरफ्Þतार कर लिया। हालांकि मुठभेड़ में पुलिस को गोली नहीं लगी है। आरोपियों ने अपना नाम बहाउद्दीन उर्फ निजामुद्दीन निवासी बिल्लौचपुरा निकट पुराना फरीदी स्कूल थाना बाजार व आलमीन पुत्र कुरेशी निवासी बाजार खाला बताया है। आरोपियों ने पूछताछ में बताया है कि वह लूट व रंगदारी मांगने की घटनाओं करते हैं और उससे मिलने वाले रूपयों को सीरियल किलर भाइयों को भेज देता था।
रंगदारी वसूल कर प्रॉपर्टी में करते थे इन्वेस्ट
पूछताछ पर आरोपितों ने बताया कि उनके जो अन्य साथी हैं मिशम, फरहान,उमेर, सुफियान व अन्य कई लोग सलीम रुस्तम सोहराब जो सीरियल किलर हैं काफी दिनों से जेल में बंद हैं उनके लिए काम करते हैं तथा उनके नाम पर जो रंगदारी मिलती है। वह व्यवसाय में लगा कर एक नंबर में कर देते हैं। करीब 3 महीने पहले पीजीआई के नीलमथा में ढाइ हजार वर्ग फिट जमीन खरीदी थी जो कि अदनान के नाम से थी। आरोपी बरामद हुई स्कूटी के कागजात भी नहीं दिखा पाए।
पूर्व सदस्य की हत्या में सामने आया था नाम
2013 में कैंट बोर्ड के चुनाव के दौरान पूर्व सदस्य श्याम नारायण उर्फ पप्पू पाण्डेय की अमीनाबाद इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्या में सीरियल किलर भाइयों का नाम सामने आया था। कुछ दिन पहले भाजयुमो नेता प्रत्यूषमणि की हत्या में भी इन्हीं तीनों की भूमिका पुलिस को पता चली है। गिरफ्तार अभियुक्त बहाउद्दीन उर्फ मिजबहाउद्दीन ने पूछताछ पर बताया कि वह 6 जून 2016 को सलीम, रूस्तम सोहराब द्वारा कराई गयी मो. जैद की थाना बाजारखाला क्षेत्र में हुई हत्या के षड़यन्त्र में जेल जा चुका है।
दहशत फैलाने के लिए वीडियो किया था वायरल
एसटीएफ की टीम ने बताया कि 2 मार्च 2019 को रात्रि करीब 11.00 बजे हारून खान निवासी हातानूरबेग, बीबीगंज, लखनऊ तथा अली निवासी एमडी लान, कैम्पवेल रोड ठाकुरगंज को धोखे सलीम रूस्तम,सोहराब गैंग के मीसम खान, फरहान, आलमीन, बहाउद्दीन व करीब आधा अन्य लोगों ने होटल क्लार्क अवध के पीछे बुलाया और यहां पर इनकी कनपटी पर पिस्टल लगा कर हारून से 38 हजार तथा अली से 30 हजार रूपये छीन लिए थे। इतना ही नहीं दोनों को बंधक बनाकर मीसम अपने घर ले गया और वहां पर दोनों के कपड़े उतारकर काफी मारा पीटा और इसका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया, जिससे की अन्य लोगों पर इसका प्रभाव पड़े और आसानी से वसूली की जा सके। इस घटना के सम्बन्ध में थाना कोतवाली हजरतगंज में मुकदमा दर्ज किया गया था।
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