लड़कियों की उम्र 10 वर्ष होते ही उन्हें पीरियड्स शुरू हो जाते हैं। किसी-किसी के पीरियड्स 11 से 16 वर्ष के बीच भी शुरू होते हैं। मगर, फर्स्ट पीरियड्स में मां और स्कूल में पीरियड्स पर दी गई जानकारी भी कभी-कभी प्रैक्टिकली काम नहीं आती और बच्चियों को शर्मिंदा होना पड़ता है। आप चाहें तो अपनी बेटियों को पहले से ही चेता सकती हैं। इसके लिए आपको अपनी बेटियों शरीर में होने वाले वो 3 बदलावों के बारे में बताना होगा, जो पीरियड्स शुरू होने का संकेत होते हैं। चलिए हम आपको बताते हैं।
ब्रेस्ट साइज का बढ़ना
बेटियों को समझाएं अगर उनके ब्रेस्ट का साइज बढ़ रहा हो तो समझ जाएं कि उनके पीरियड्स स्टार्ट होने में अब समय नहीं है। आपको बता दें कि जब लड़की के ब्रेस्ट उभरना शुरू होते हैं तो उन्हें पूरे आकार में आने में 4 से 5 वर्ष लगते हैं मगर, जब ब्रेस्ट उभरना शुरू हों तो उसके 2 वर्ष बाद से पीरियड्स शुरू होने लगते हैं। यही सही वक्त होता है जब आपको अपनी बेटी को पीरियड्स के बारे में जानकारी देनी चाहिए और उसे बताना चहिए कि उसे जब भी ऐसा महसूस हो तो उसे घबराने के जरूरत नहीं है बल्कि यह एक सामान्य प्रक्रिया है।
प्यूबिक हेयर्स की ग्रोथ
बेटी जब 10 वर्ष की हो जाए तो उसे इस बात पर ध्यान रखने के लिए कहें कि उसके प्यूबिक एरिया जो कि वैजाइना के आसपास के एरिया को कहते हैं। उसमें बालों की ग्रोथ तो नहीं हो रही अगर ऐसा हो रहा है तो उसे पीरियड्स के बारे में बताएं। यही सही मौका है जब आपको उसे सैनिटरी पैड्स की जानकारी देनी चाहिए। बेटी को बताना चाहिए कि जब भी पीरियड्स शुरू हों तो उसे सैनिटरी पैड्स का इस्तेमाल कैसे करना है। प्यूबिक ऐरिया पहले पतले और सॉफ्ट बाल आते हैं उसके बाद फिर वह धीरे से बढ़ना शुरू होते हैं। जब ऐसा हो तो समझ जाएं कि एक या दो वर्ष में ही उसे पीरियड्स शुरू होने वाले हैं।
व्हाइट डिसचार्ज शुरू होना
यह तीसरा सकेंत होता है। जब बेटी का व्हाइट डिसचार्ज शुरू होता है। यह वैजाइनल डिसचार्ज सफेद या पीले रंग का होता है। बेटी को समझाएं जब भी उसे ऐसा हो तो वह सतर्क रहे क्योंकि डिसचार्ज का मतलब ही होता है कि कुछ ही महीनों में पीरियड्स शुरू होने वाले हैं। ऐसे में आपको उनके बैग में सैनिटरी पैड्स रखना शुरू कर देना चाहिए।
No comments:
Post a Comment