मरीज को गोद में उठाकर ले जाने को मजबूर हैं तीमारदार | Alienture हिन्दी

Breaking

Post Top Ad

X

Post Top Ad

Recommended Post Slide Out For Blogger

Thursday, 16 May 2019

मरीज को गोद में उठाकर ले जाने को मजबूर हैं तीमारदार

बलरामपुर अस्पताल में व्हीलचेयर-स्ट्रेचर का अभाव

लखनऊ। बलरामपुर अस्पताल की अनदेखी और ढुल मुल रवैये से दवाएं तो दूर व्हीलचेयर-स्ट्रेचर तक मरीजों को नहीं मिल पा रही। ऐसे में तीमारदार मरीज को गोद में उठाकर ले जाने को मजबूर हैं। वहीं तीमारदार मरीज को गोद में उठाकर ले जाने को मजबूर हैं।आज दोपहर हादसे में घायल महिला मरीज का सीटी स्कैन जांच होना था। न्यू बिल्डिंग से कोई स्ट्रेचर-व्हीलचेयर न मिलने पर तीमारदार मरीज को गोद में उठाकर जांच कराने पहुंचा। जहां से वापस मरीज को गोद में उठाकर वापस गया।

तीमारदार का आरोप

अफसरों का कहना है कि स्ट्रेचर-व्हीलचेयर मरीज खुद नहीं लेते हैं। इनकी कोई भी कमी नहीं है। फैजाबाद की रहने वाली सुखई (34) महिला मरीज करीब आठ दिन से अस्पताल की न्यू बिल्डिंग वार्ड में भर्ती हैं। उसके सिर पर चोट लगी है। आज दोपहर करीब दो बजे वार्ड से महिला मरीज को जांच के लिए भेजा गया। तीमारदार रामलाल का आरोप है कि कई जगह पर व्हीलचेयर-स्ट्रेचर की तलाश की गई मगर वह नहीं मिली। देरी होता देख मरीज को गोद में उठाकर जांच केंद्र पर जाना पड़ा। जहां भी स्ट्रेचर-व्हीलचेयर न मिलने पर वापस गोद में ही लाना पड़ा। तीमारदार का आरोप है कि वार्ड में स्ट्रेचर-व्हीलचेयर की सुविधा उपलब्ध नहीं है।

निदेशक डॉ. राजीव लोचन के मुताबिक, अस्पताल में स्ट्रेचर-व्हीलचेयर की कोई कमी नहीं है। तीमारदार खुद ही व्हीलचेयर नहीं लेते हैं। मरीज को गोद में उठाकर चल देते हैं।

No comments:

Post a Comment

Post Top Ad