बरेली। दूसरे समुदाय के प्रेमी संग चले जाने की सजा किशोरी को ताउम्र भुगतनी होगी। उसने नादानी में जो कदम उठाया, वह अलग बात थी। मामला पंचायत तक पहुंचा तो उसने भी कानून को ताक पर रख तालिबानी फैसला सुना दिया। महज 14 साल की नाबालिग का विवाह उसकी पिता की उम्र के अधेड़ से करा दिया। वहीं, प्रेमी पर 50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया। पंचायत की ‘बालिका वधू’ वाली यह तुगलकी सजा इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है।कस्बे के एक गांव में रहने वाली 14 वर्षीय किशोरी की मां की मौत हो चुकी है। पिता हल्द्वानी में मजदूर हैं। वह भी उनके साथ रहकर मजदूरी में हाथ बंटाने लगीं। हल्द्वानी में उसके गांव का ही दूसरे समुदाय का युवक भी रहकर मजदूरी करता था। वहां रहने के दौरान उनके बीच प्रेम-प्रसंग हो गए। पांच दिन पहले दोनों घर से भाग गए। सोमवार को उन्हें वापस बुलाकर दोनों पक्षों के लोगों के बीच गांव में पंचायत हुई, जिसमें तय हुआ कि प्रेमिका को वापस उसके पिता को सौंपा जाए। पंचायत ने प्रेमी पर भी 50 हजार रुपये का जुर्माना डाला। आरोप है कि इस दौरान पंचायत में बैठे एक पूर्व ग्राम प्रधान ने प्रस्ताव रख दिया कि गांव में ही रहने वाले व्यक्ति से जो नाबालिग के पिता से भी उम्र में अधिक है, उससे उसकी शादी करा दी जाए। इस प्रस्ताव पर पंचों ने सहमति की मुहर लगाते हुए अधेड़ से शादी कराने का तालिबानी फरमान सुना दिया। मंगलवार रात कस्बे के एक मंदिर में नाबालिग की अधेड़ से शादी करा दी गई।
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Thursday, 2 May 2019
प्रेमी संग चली गई नाबालिग तो पंचायत ने बनाया अधेड़ की ‘बालिका वधू’
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