नई दिल्ली: भीषण गर्मी से उत्तर और पूर्वी भारत के ज्यादातर राज्य बेहाल हैं। लू की वजह से लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। इन सबके बीच बिहार के औरंगाबाद से बुरी खबर आई। लू की वजह से 12 लोग अपनी जान गंवा बैठे। मरने वाले सभी लोगों की उम्र 50 वर्ष के पार है। गया जिला प्रशासन ने मृतकों के परिवारवालों को चार लाख रुपए देने का ऐलान किया है।
गया के जिलाधिकारी अभिषेक सिंह का कहना है कि लू से निपटने के लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। जिला अस्पताल में 6 सीनियर डॉक्टर और 10 इंटर्न को नियुक्त किया गया है। मृतकों के परिजनों को चार लाख रुपए का मुआवजा दिया गया है। इसके साथ ही गरीबी रेखा के नीचे रहने वालों को अंतिम क्रियाकर्म के लिए 20 हजार रुपये की आर्थिक मदद मुहैया कराई गई है।
इस बीच इंसेफेलाइटिस के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन पटना में हैं। उन्होंने लू की वजह से मरने वाले लोगों के प्रति संवेदना जाहिर की। इसके अलावा उन्होंने सलाह दिया कि बहुत जरूरी होने पर ही लोग घरों से बाहर निकलें या तापमान कम होने का इंतजार करें। उन्होंने कहा कि लू की वजह से शरीर में पानी की कमी हो जाती है और दिमाग पर असर पड़ता है। अगर समय पर मरीज अस्पताल नहीं जा पाता है तो उसकी मौत हो जाती है।
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