लखनऊ। प्रांविशियल मेडिकल सर्विसेज (पीएमएस) एसोसिएशन उप्र ने पश्चिम बंगाल में जूनियर डॉक्टरों पर हुए हमलों की कड़ी निंदा करने के साथ इस पर आक्रोश जताया है। बंगाल के आंदोलनरत चिकित्सकों सहित देश भर के डॉक्टरों की सुरक्षा और सम्मान के मुद्दे पर एकजुटता जताते हुए संवर्ग के चिकित्सक सोमवार को काला फीता बांधकर विरोध जताएंगे।
एसोसिएशन ने आंदोलनरत चिकित्सकों की मांगों पर तत्काल कार्रवाई की मांग की है। एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ.अशोक यादव और महासचिव डॉ.अमित सिंह ने प्रदेश में 24 घंटे सातों दिन मेडिकोलीगल और इमर्जेंसी सहित चिकित्सा सेवाएं देने वाली 1400 इकाइयों पर सुरक्षा व्यवस्था भूतपूर्व सैनिकों को सौंपने की मांग दोहराई है।
सरकारी और निजी चिकित्सक भी हड़ताल में शामिल
लखनऊ के सरकारी और निजी चिकित्सक भी हड़ताल में शामिल हो गए हैं। आइएमए की लखनऊ ब्रांच के अध्यक्ष डॉ. जीपी सिंह ने कहा कि सोमवार को लखनऊ के सभी क्लीनिक, निजी अस्पतालों की ओपीडी, पैथोलॉजी, डायग्नोस्टिक सेंटर बंद रहेंगे, लेकिन इमरजेंसी सेवाएं जारी रहेंगी। पीजीआइ के आरडीए अध्यक्ष डॉ. अजय शुक्ला, उपाध्यक्ष डॉ. अनिल, लोहिया संस्थान के आरडीए अध्यक्ष डॉ. गुरुमीत सिंह व केजीएमयू आरडीए के मुख्य सलाहकार डॉ. भूपेंद्र ने जूनियर डॉक्टरों के कार्य बहिष्कार के एलान किया। जूनियर डॉक्टर ओपीडी, इलेक्टिव सर्जरी व वार्ड की ड्यूटी नहीं करेंगे। सिर्फ इमरजेंसी सेवाओं में ही सहयोग करेंगे, लेकिन सीनियर डॉक्टर ओपीडी में मौजूद रहेंगे। इसके अलावा तीनों सरकारी संस्थानों में धरना-प्रदर्शन होगा।
एएमयू के जेएन मेडिकल कॉलेज में आरडीए की हड़ताल आज से
अलीगढ़ में एएमयू के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर सोमवार से हड़ताल पर जा रहे हैं। सातवां वेतमान लागू न होने के विरोध में रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) ने 17 से 22 जून तक हड़ताल पर जाने का रविवार की देर शाम हुई बैठक के बाद एलान किया है। सोमवार सुबह 8 बजे से जूनियर डॉक्टर काम काज बंद कर देंगे। इससे मरीजों की मुसीबत बढऩा तय है, क्योंकि प्राइवेट डॉक्टर भी हड़ताल पर हैं।
No comments:
Post a Comment