Sanskriti University ने लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल को किया याद | Alienture हिन्दी

Breaking

Post Top Ad

X

Post Top Ad

Recommended Post Slide Out For Blogger

Tuesday 31 October 2017

Sanskriti University ने लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल को किया याद

भाषण प्रतियोगिता में Sanskriti University के तिलक सिंह ने मारी बाजी

मथुरा। संस्कृति विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने मंगलवार को आजाद भारत के पहले गृहमंत्री लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाई। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं ने लौह पुरुष पटेल के कृतित्व और व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। राष्ट्रीय एकता दिवस पर हुई भाषण प्रतियोगिता में तिलक सिंह प्रथम और अमन शर्मा दूसरे स्थान पर रहे। भाषण प्रतियोगिता का शुभारम्भ कुलपति डा. देवेन्द्र पाठक, एसोसिएट डीन एकेडमिक डा. संजीव कुमार सिंह तथा डा. धर्मेन्द्र दुबे स्टूडेंट वेलफेयर डीन द्वारा किया गया। भाषण प्रतियोगिता से पूर्व कुलपति डा. पाठक ने छात्र-छात्राओं को राष्ट्रीय एकता-अखण्डता की शपथ दिलाई।

कुलपति डा. पाठक ने अपने सम्बोधन में कहा कि देश की एकता और अखण्डता ही सरदार वल्‍लभ भाई पटेल का मूलमंत्र था। जो देश इतिहास को भुला देता है, वह कभी भी इतिहास का निर्माण नहीं कर सकता। लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल हमेशा देश की एकता और अखण्डता के लिए जिए। उन्होंने हिन्दुस्‍तान के किसानों को आजादी के आंदोलन से जोड़कर अंग्रेज सल्‍तनत को भारत छोड़ने के लिए मजबूर किया।

डा. पाठक ने कहा कि जिस तरह स्‍वामी विवेकानंद के बिना रामकृष्‍ण परमहंस अधूरे लगते हैं उसी तरह सरदार पटेल के बिना गांधी भी अधूरे थे। यह एक अटूट नाता था। यह अटूट जोड़ी थी। जिस दांडी यात्रा ने हिन्दुस्‍तान की आजादी को एक नया मोड़ दिया, उस दांडी यात्रा में एक सफल संगठक के रूप में, एक कार्यकर्ता के रूप में सरदार पटेल की जो भूमिका थी, वह बेजोड़ थी। आजादी के बाद सरदार पटेल का लाभ देश को बहुत कम मिला लेकिन इतने कम समय में ही सरदार पटेल ने अंग्रेजों के सारे सपनों को धूल में मिला दिया, चूर-चूर कर दिया था।

अपनी दूरदृष्टि, कूटनीतिक सामर्थ्‍य और राष्‍ट्रभक्ति से लौह पुरुष पटेल ने जो प्रतिमान गढ़े, वे अतुलनीय हैं। अपने लोखंडित मनोबल के द्वारा साढ़े पांच सौ से भी अधिक रियासतों को एक सूत्र में बांधना आसान बात नहीं थी लेकिन उन्होंने असम्भव को भी सम्भव कर दिखाया। डा. पाठक ने छात्र-छात्राओं का आह्वान किया कि सरदार पटेल ने हमें एक भारत दिया अब श्रेष्‍ठ भारत बनाना हमारी सबकी जिम्मेदारी है। एक भारत, श्रेष्‍ठ भारत कैसे बने इसके लिए हमें जातिवाद, भाषावाद, सम्‍प्रदायवाद से ऊपर उठकर काम करना होगा।

डा. संजीव कुमार सिंह ने कहा कि भारत विविधताओं से भरा हुआ देश है। विविधता में एकता यही हमारी विशेषता है। एकता के सूत्र को जीवंत रखना, एकता के सूत्र को बलवंत बनाना यही हम लोगों का प्रयास है और यही राष्ट्रीय एकता का संदेश भी है।

Sanskriti University के डा. धर्मेन्द्र दुबे स्टूडेंट वेलफेयर डीन द्वारा भाषण प्रतियोगिता के विजेता छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए सहभागिता करने वालों की मुक्तकंठ से सराहना की, कार्यक्रम का संचालन अमृता रावत ने किया।

The post Sanskriti University ने लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल को किया याद appeared first on Legend News: Hindi News, News in Hindi , Hindi News Website,हिन्‍दी समाचार , Politics News - Bollywood News, Cover Story hindi headlines,entertainment news.

No comments:

Post a Comment

Post Top Ad