बेसिक शिक्षा अधिकारी हरदोई का काला चिट्ठा मुख्यमंत्री के दरबार मे | Alienture हिन्दी

Breaking

Post Top Ad

X

Post Top Ad

Recommended Post Slide Out For Blogger

Monday 19 February 2018

बेसिक शिक्षा अधिकारी हरदोई का काला चिट्ठा मुख्यमंत्री के दरबार मे

 बी एस ए द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार एवं धन की उगाही  के संबंध में
कछौना हरदोई  19 फरवरी नौनिहालों के भविष्य एवं प्राथमिक शिक्षा के अंतर्गत निम्न बिन्दुओ को दृष्टिगत रखते हुए आपको अवगत कराना है कि वर्ष 2017 में विधानसभा चुनाव के दौरान जनपद में जिन विद्यालयों में चुनाव बूथ था उन विद्यालयों में विद्युतीकरण एवं वायरिंग हेतु 8142 रू शासन से निर्गत किया गया था इन पैसों से दो कक्षा कक्ष एवं कार्यालय में भूमिगत वायरिंग कराई जानी थी एव विद्युत बोर्ड लगने थे किंतु यह कार्य स्कूल प्रबंधन समिति को कराना था परंतु बेसिक शिक्षा अधिकारी ने एकलौते ठेकेदार अब्दुल्ला के द्वारा संपूर्ण जनपद में कार्य कराया जिसमें केवल तार खींचकर एवं एक बल्ब लगाया वायरिंग भी नहीं हुई मुश्किल से ₹500 व्यय करके पूरे 6142 रु का चैक लेकर करोड़ों का गबन किया गया है। विद्यालयों में अग्निशमन यंत्रों को भरने मैं व्यापक स्तर पर धांधली की गई है जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा जिले में शब्बीर (9458893671) नामक ठेकेदार को अघोषित रूप से ठेका देकर प्रत्येक विद्यालय से 1200 रुपये सौ रुपए का चेक दिलवाया गया, जबकि सिलेंडर भरने की वास्तविक कीमत रुपए 500 है।इस प्रकार प्रत्येक विद्यालय से ₹700 बीएसए द्वारा लिए गए जिले में लगभग 4000 विद्यालय हैं इस प्रकार कुल मिलाकर 25 से 30 लाख की लूट की गई है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी हरदोई द्वारा दिसंबर 2017 में 35 शिक्षकों की नियुक्ति की गई जो दूरस्थ शिक्षा से बेसिक प्रशिक्षण प्राप्त थे व पूर्व में शिक्षा मित्र के पद पर कार्यरत थे। प्रत्येक से 2 लाख रुपया लेकर नियुक्ति दी गई इनकी नियुक्ति रोस्टर से बंद और एकल विद्यालयों में ना कर पैसे लेकर मनचाहे विद्यालयों में की गई इसकी उच्च स्तरीय जांच प्रस्तावित की जाए। महिला शिक्षिकाओं को बाल्य देखभाल अवकाश देने में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा व्यापक स्तर पर धन की उगाही की जा रही है प्रतिमाह ₹5000 रुपए की धनराशि पर अवकाश स्वीकृत किया जाता है पैसे ना देने की स्थिति में अवकाश को अस्वीकृत किया जाता है। संचालित विद्यालयों को अनायास ही अकारणवश बंद कर दिया जाता है।इस समय विद्यालयों में अतिरिक्त कक्ष बन रहे हैं प्रत्येक कक्ष परियोजना से रु 375000 की धनराशि स्वीकृत है किंतु जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा प्रत्येक कक्ष के निर्माण में प्रभारी से ₹50000 रुपया लिया गया है। एई जेई एवं खंड शिक्षा अधिकारी का पृथक पृथक रूप से कमीशन रु 1 लाख़ के हिसाब से तय किया जा रहा है एवं मानक विहीन निर्माण कराए जा रहे हैं जोकि अत्यंत बच्चों के लिए घातक सिद्ध हो सकते हैं इसकी उच्च स्तरीय जांच कराकर कठोर कार्रवाई की जानी प्रस्तावित की जाए ।बेसिक शिक्षकों के निलंबन के नाम पर कौन से धन की उगाही कराई जा रही है जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा प्रत्येक ब्लॉक से लक्ष्य निर्धारित कर प्रतिमाह शिक्षकों को निलंबित किया जाता है लगभग प्रतिमा सौ शिक्षकों का निलंबन पूर्व निर्धारित कर बहाली के नाम पर उनसे ₹50000 धन उगाही की जा रही है इस प्रकार यह संगठित धंधा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के संरक्षण में फल फूल रहा है।माननीय मुख्यमंत्री जी से निवेदन है कि उच्च शैक्षिक गुणवत्ता एवं नौनिहालों के भविष्य को ध्यान में रखकर शिक्षा के बाजारीकरण को रोका जाए ताकि नौनिहालों के भविष्य से हो रहे खिलवाड़ का स्थायीकरण किया जा सके।

No comments:

Post a Comment

Post Top Ad