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Wednesday, 28 March 2018

छुआछूत के कारण महिलाओं को नहीं भरने दिया जा रहा हैण्डपंप से पानी…

लखनऊ। भले ही 21वीं सदी में पूरा भारत तरक्की में मार्ग पर आगे बढ़ रहा हो और प्रधानमंत्री ‘मन की बात’ कार्यक्रम में अनुसूचित जाति और दलितों के प्रति आदमी की सोच बदलने की बात करते हों लेकिन बढ़ते वैज्ञानिक और आधुनिक युग में अभी भी कुछ कुंद बुद्धि के लोग छुआछूत को लेकर लोगों का उत्पीड़न कर रहे हैं। इन गरीबों की आवाज ऊपर तक नहीं पहुंच पाती इसके चलते दलितों और पिछड़े वर्ग के लोगों पर यूपी में अत्याचार लगातार जारी है।

योगी की मंत्री के विधानसभा क्षेत्र का है मामला
दरससल मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार की मंत्री स्वाति सिंह के विधानसभा क्षेत्र के के थाना बंन्थरा क्षेत्र के ग्राम कुरौनी दोंदईयाखेड़ा का है। ग्रामीणों का कहना है कि स्वाति महिला कल्याण मंत्रालय, परिवार कल्याण, मातृत्व और बाल कल्याण मन्त्रालयों की राज्य मंत्री हैं। लेकिन विधायक बनने के बाद एक बार भी गांव की तरफ झांकने तक नहीं आईं। गांव में काफी समय से ग्राम प्रधान ग्रामीणों का उत्पीड़न कर रहा है लेकिन किसी भी जिम्मेदार को इसकी परवाह नहीं है। अब देखने वाली बात ये होगी कि क्या जिम्मेदार इस कुप्रथा को समाप्त करवाने में आगे आते हैं या नहीं।

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लखनऊ में छुआछूत के कारण 50 परिवार परेशान
लखनऊ के थाना बंन्थरा क्षेत्र के ग्राम कुरौनी दोंदईयाखेड़ा में छुआछूत और जातिगत नफरत के कारण 50 परिवारों को सरकारी हैण्डपम्प से पानी नहीं भरने दिया जा रहा है। इसकी जानकारी होने पर ह्यूमन राईट मानिटरिंग कमेटी की टीम ने गांव में जाकर मामले की सत्यता जानने के लिए फैक्ट फाइन्डिग किया। फैक्ट फाइन्डिग टीम को गांव की कालिन्द्री ने बताया कि गांव के पुत्तीलाल यादव के घर पर सरकारी हैण्डपंप लगा है। लेकिन उन्हें हैण्डपंप से पानी नहीं लेने दिया जाता।

जातिसूचक गालियां देकर फेंक दी जाती हैं बाल्टी
पीड़ित परिवारों का कहना है कि उन्हें जातिसूचक गालियां देते हुए उनकी बाल्टी को ये कहते हुए उठाकर फेक दिया जाता है कि वह निचली जाति की हैं। इसलिए वह किसी और हैण्डपंप से पानी जाकर भरा करें। फैक्ट फाइन्डिग टीम को उसी गांव की रुबी ने बताया की उन्हें उनके घर के बच्चो को हैण्डपंप पर पानी नहीं पीने दिया जाता, उन्हें मारपीट कर भगा देते है। गांव की किरण ने बताया उनके यहाँ हैण्डपंप नहीं है। इसके कारण वह पडोस में लगे सरकारी हैण्डपम्प से पानी लेने जाती है तो उन्हें जातिसूचक गालियो के साथ गन्दी गन्दी गालियां देतें है।

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बाल्टी में डाल दिया जाता है मिट्टी और कचरा
इतना ही नहीं दबंग प्रधान और उसके गुर्गे उनकी बाल्टी में मिट्टी और कचरा डाल देते हैं। बाल्टी उठाकर फेककर हैडपंप पर दुबारा न दिखाई देने की धमकी देते हैं। फैक्ट फाइन्डिग टीम को गांव की रुपरानी ने बताया कि जब वह पास मे लगे हैण्डपंप से पानी लेने जाती है तो पुत्तीलाल यादव और उनका परिवार छुआछूत के कारण उन्हें पानी नहीं लेने देते। वह कहते हैं कि तुम सब हैण्डपम्प छू देती हो तो तो पानी पीने के लायक नहीं रहता। गांव के लोगों ने कहा कि उन्होंने प्रधान को सारी बातें बताई लेकिन उन्होंने उनकी मदद के बजाय उन्हें ही डाट कर भगा दिया।

सीओ ने दिया कार्रवाई का आश्वाशन
इस पूरे मामले में थाने पर जाकर शिकायत की गई तो पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करनें के बजाय दूसरे हैण्डपंप से पानी भरने की सलाह देकर भगा दिया। फैक्ट फाइन्डिग टीम ने सीओ कृष्णानगर लाल प्रताप सिंह से मुलाकात कर उनसे आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही करनें का अनुरोध किया। इस पर सीओ ने उक्त मामले की स्वयं जांच कर दोषियों के ऊपर कार्यवाही करने का आश्वासन दिया।

सोशल मीडिया के जरिये कार्रवाई की मांग
ह्यूमन राईट मानिटरिंग कमेटी ने लखनऊ में व्याप्त छुआछूत की जानकारी ईमेल और ट्विटर के जरिये उत्तर प्रदेश पुलिस सहित राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री एससीएसटी आयोग को देकर कार्यवाही की मांग किया है। जांच दल में शामिल अमित, विनीता थारु, राजेश कुमार, अजय ने अपनी रिपोर्ट जल्द सरकार को भेजेंगें। अब देखने वाली बात ये होगी कि जिम्मेदार इस मामले में कब तक हल निकालकर ग्रामीणों की समस्या दूर करेंगे।

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