लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी और उसके प्रदेश अध्यक्ष पर निशाना साधते हुए समाजवादी पार्टी ने कहा है कि भाजपा नेतृत्व अभी तक राजनीतिक शिष्टाचार और लोकतांत्रिक मर्यादाओं से अछूता है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष का दुस्साहस इस कदर बढ़ गया है कि वह अखिलेश यादव के विरूद्ध अशिष्ट भाषा का इस्तेमाल करने में कोई संकोच नहीं करते हैं। उन्हें अपने पद की गरिमा और सामाजिक मूल्यों का भी ध्यान नहीं रहा है। पार्टी का कहना है कि भाजपा का आवां का आवां ही ऐसा है कि उससें राजनीतिक शिष्टाचार की आशा करना व्यर्थ ही है।
सपा के राष्ट्रीय सचिव राजेंद्र चौधरी ने बातचीत में कहा कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष को भ्रम है कि वे राजनीति के बड़े पंडित हैं और कभी भी किसी को भी अपना प्रवचन दे सकते हैं। बैठकों में सो जाने वाले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लगता है नींद में अखिलेश जी के खिलाफ बड़बड़ाने की स्थिति में ही बयान कलमबंद कराते हैं। वे भूल जाते हैं कि खुद उनकी पार्टी के ही तमाम बड़े नेता विधानमंडल के अंदर और बाहर अखिलेश जी के विनम्रता, उदारता और शिष्टता के प्रशंसक है।
चौधरी ने कहा कि सच तो यह है कि अखिलेश यादव की समझ और राज्य के विकास की योजनाओं की नकल करने की योग्यता भी भाजपा के शीर्ष नेतृत्व में नहीं है। केंद्र और राज्य में डबल इंजन की सरकार होते हुए भी उत्तर प्रदेश में विकास अवरूद्ध है और समाज का हर वर्ग असंतुष्ट है। राज्य सरकार हर मोर्चे पर विफल है।


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