लखनऊ। राज्य ललित कला अकादमी, उ.प्र. द्वारा स्ववित्तपोषित योजना के अन्तर्गत रचनात्मक कला केन्द्र के माध्यम से चित्रकला के प्रशिक्षण का कार्यक्रम प्रतिवर्ष षट्मासिक सत्रों (जनवरी से जून एवं जुलाई से दिसम्बर) में किया जाता है। चित्रकला का प्रशिक्षण 18 वर्ष या उससे अधिक आयु के प्रशिक्षुओं को प्रदान किया जाता हैं, सत्र जनवरी से जून-2018 तक प्रशिक्षुओं द्वारा चित्रकला के विभिन्न माध्यमों में रचनात्मक कार्य किये गये, इसमें से लगभग 22 कलाकारों की कलाकृतियाँ प्रदर्शनी में प्रदर्शित की गयी है। इस केन्द्र में कई प्रशिक्षु ऐसे हैं जो विगत कई सत्रों से नियमित रूप से प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं इनमें कल्पना यादव, प्रीति चतुर्वेदी, राजकुमार यादव, सरला पाण्डे, रचना गुप्ता, नमिता टण्डन एवं शिखा बैनर्जी प्रमुख है।
इस प्रदर्शनी का उद्घाटन 30 अगस्त को मुख्य अतिथि प्रमुख सचिव संस्कृति जितेन्द्र कुमार द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया। इस अवसर पर प्रमुख सचिव, संस्कृति द्वारा प्रशिक्षार्थियों को प्रमाण-पत्र भी वितरित किये गये।
इस अवसर पर अध्यक्ष-डा0 राजेन्द्र सिंह पुण्ढीर एवं उपाध्यक्ष सीताराम कश्यप उ0प्र0 संगीत नाटक अकादमी की सभापति डा0 पूर्णिमा पाण्डेय भी उपस्थित रही।
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Friday, 31 August 2018
22 कलाकारों की कलाकृतियाँ प्रदर्शनी में की गयी प्रदर्शित
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