नई दिल्ली। बांग्लादेश और म्यांमार ने रोहिंग्या शरणार्थियों की जल्द वापसी का रास्ता आसान बनाने के लिए विदेश मंत्रालय स्तर पर बाचतीत करने के लिए हॉटलाइन सेवा शुरू कर दिया है। डिजिटल मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, म्यांमार के ऑफिस ऑफ स्टेट कॉउसलर के मंत्री क्याव टिंट स्वे और बांग्लादेश के विदेश मंत्री अबुल हसन महमूद अली के बीच म्यांमार की राजधानी नेपेडा में एक बैठक हुई।
अली रोहिंग्या की वापसी की तैयारी देखने के सिलसिले में म्यांमार में थे। बैठक के दौरान नवंबर 2017 में रखाइन से विस्थापित रोहिंग्या की वापसी की व्यवस्था के संबंध में हुए समझौते को लेकर दोनों मंत्रियों के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई। म्यामांर के अनुसार, दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हैं कि रखाइन से विस्थापित होकर बांग्लादेश के कोक्स बाजार भागकर गए लोगों की जल्द वापसी होनी चाहिए।
म्यांमार ने एक बयान में कहा, “वापसी इच्छा से, सुरक्षित और सम्मानजनक ढंग से होगी। इस संबंध में बातचीत की सुविधा आसान बनाने के लिए एक हॉटलाइन सेवा स्थापित की गई है।”
No comments:
Post a Comment