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Friday, 31 August 2018

हरदोई-उफनाई गंगा गुर्राई गर्रा ने दिखाये तेवर दर्जनों गांवों में घुसा पानी

दो तहसीलों के दर्जनों गांव के संपर्क मार्ग डूबे ग्रामीण हुये पलायन को मजबूर
बिलग्राम /हरपालपुर /हरदोई।31अगस्त। दो दिनों से गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने से बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी है बिलग्राम के मेंहदीघाट से लेकर राजघाट तक छुट्टा पुरवा चपरतला देवीपुरवा गुलाबपुरवा मक्कूपुरवा मेंदपुरवा रामेश्वरपुरवा घासीरामपुरवा चिरंजूपुरवा कटरी बिरछुइया मक्कूपुरवा आदि दर्जनों गांव बाढ़ की जद में आ चुके हैं सैकड़ों हेक्टेयर फसल जल मग्न हो गई है कई गांवों के संपर्क मार्ग डूबे हुए हैं ऐसे में उन्हें नाव का सहारा लेकर गांव से बाहर निकलना पड रहा है वहीं तहसील सवायजपुर से आ रही खबरो के अनुसार हरपालपुर एंव आसपास क्षेत्र की धरती भी जल मग्न हो गई है  जिससे कई गाँवो के किसानों की लगभग सैकड़ों  बीघे उपजाऊ जमीन राम गंगा में समा चुकी है पेड़ पौधे  नदी के समीप बने कच्चे मकान नदी में  समा चुके हैं जिससे कुछ लोग बेघर हो गए हैं कटियारी क्षेत्र में 13 बाढ चौकीया स्थापित की गई है।अरवल बेहाथर बरना सुरजनपुर बरहामऊ बड़ागांव मलीकापुर बारी सरेसर अरवल ढकपुरा दहेलिया बारामऊ बेहटा करनपुर नंदना चंद्रमपुर परचौली श्यामपुर चंजा तिवारीपुरवा धनियामऊ बड़ी जोर सहित दर्जनों गांव सैकड़ों बीघे फसल बाढ़ की चपेट में आकर पूरी तरह से नष्ट हो चुकी हैं यहां तक की नदियों का जलस्तर बढ़ने के कारण गोरिया गांव में बने प्राथमिक विद्यालय की आधी से ज्यादा बिल्डिंग पानी में डूब चुकी है।कटियारी क्षेत्र पंच नदियों से घिरा हुआ क्षेत्र माना जाता है जिस में गंगा राम गंगा कुंडा गंभीरी गर्रा सभी नदियां तेजी से ऊफान पर चल रही है जिससे लग रहा है कि कटियारी क्षेत्र में पूरी तरीके से बाढ़ आने की संभावना लग रही है जिसको लेकर तहसील प्रशासन पूरी तरीके से चुप्पी साधे हुए हैं।यह क्षेत्र पिछले विगत 8 वर्षों पूर्व भयंकर बाढ़ आ जाने के कारण किसान अभी भी  नहीं उभर पाए हैं।अगर ऐसा ही चलता रहा तो जनजीवन बेहाल हो जाएगा यदि अगले 14 घंटे लगातार नदियों का जल स्तर वृद्धि होता रहा तो कई गांव संपर्क ब्लाक व तहसील मुख्यालय से टूट जाएंगे नदी के किनारे बसे गांवों में बाढ़ का पानी लगातार धीरे-धीरे प्रवेश कर रहा है।बेटा मुरिया गांव में बाढ़ का पानी बढ़ता जा रहा है। वहां के लोग अपना सामान सुरक्षित जगह पर पहुंचाने लगे हैं।शुक्रवार को गंगा में हरिद्वार से 136531 व नरौरा से 186893 क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद रविवार तक बाढ़ के हालत और भयावह होने की संभावना है। उधर तहसीलदार सवायजपुर मूसाराम थारु व नायब तहसीलदार आशीष सिंह ने शुक्रवार को बड़ागांव, श्यामपुर व पत्थरपुरवा का दौरा कर ग्रामीणों से बाढ़ के हालात की जानकारी ली।तथा उन्हें हर संभव सहायता दिलाने का भरोसा दिलाया। तहसीलदार ने बताया कि राजस्व टीमों को हर पल की स्थिति पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं तहसील बिलग्राम में बाढ़ का दंश झेल रहे  लोगों का कहना है कि घरों में पानी घुस जाने के कारण कपड़े गल्ला और जरुरत का सभी सामान डूब चुका है जिससे खाने पीने का संकट गहरा गया हैलोग अपना घर बार छोड़कर कर पलायन करने को मजबूर हो रहे हैं स्वछता की बात करे तो हर जगह पानी पानी होने के कारण बचे खुचे सूखे स्थानों पर लोग शौच करने को मजबूर हैं जिससे बीमारियां फैलने का अंदेशा बना हुआ है  खुशीराम पुत्र चेतराम निवासी चिरंजूपुरवा का घर पूरा का पूरा गंगा में समा चुका है अन्य लोगों ने भी कटान के डर से अपना आशियाना खुद ही तोड़ कर ईंटें निकाल रहें ताकि आने वाले समय में घर बनाने के लिए कुछ राहत मिल सके  बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन भी तैयार दिखाई दे रहा है एस डी एम् बिलग्राम सतेन्द्र सिंह तहसीलदार राजेश कुमार अपनी टीम के साथ सभी बाढ़ से प्रभावित गांव का दौरा कर हालात का जायजा ले रहे हैं उपजिलाधिकारी से बातचीत से पता चला कि है कि अभी तक लोगों को बाहर निकालने के लिए 52 नौकाओं का बंदोबस्त किया गया है जरूरत पडने पर इनको और बढाया जा सकता है फिलहाल बाढ़ से जूझ रहे लोगों को देखने वाले प्रियांशु राजेश विमलेश कुमार का कहना है कि अभी तक गांव वालों को डुबे संपर्क मार्ग से निकालने के लिए सिर्फ नौकाओं का इस्तेमाल किया जा रहा है बाकी खाने पीने एवं बारिश से बचने के लिए तिरपाल बीमारी के इलाज आदि के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं जिससे लोग निराश हैं।

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