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Friday, 31 August 2018

राजभवन में हुआ पुस्तक ‘द रियल मोदी’ का विमोचन

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल ने शुक्रवार को राजभवन में वरिष्ठ पत्रकार अरविन्द चतुर्वेदी द्वारा हिन्दी में लिखित पुस्तक ‘द रियल मोदी’ का विमोचन किया। समारोह में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, मंत्री रमापति शास्त्री, मंत्री एसपी सिंह बघेल, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश संगठन महामंत्री सुनील बंसल, सांसद जगदम्बिका पाल व अन्य विशिष्ट जन उपस्थित थे। कार्यक्रम में यह भी बताया गया कि इस पुस्तक के क्रय राशि का कुछ अंश पत्थर तोड़ने वाले मजदूरों के बच्चों के लालन-पालन एवं शिक्षा के लिए दिया जायेगा।
राज्यपाल ने पुस्तक का विमोचन राजभवन में होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह एक विशेष पुस्तक है, जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जीवन, कार्य एवं नेतृत्व का विशलेषण करती है। किसी को लग सकता है कि यह पुस्तक राजनैतिक है पर मैं समझता हूं कि यह देश के प्रधानमंत्री के बारे में है। समाज उनके व्यक्तित्व और कृतित्व जानना चाहता है। पुस्तक के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का परिचय सामने आता है, जिसमें नरेन्द्र मोदी के अभाव भरा बचपन से लेकर विभिन्न भूमिकाओं में किये गये कार्य का रोचक वर्णन है, उनका जीवन प्रकाश पुँज है, जिससे अन्य लोगों को प्रेरणा मिलेगी। राज्यपाल ने अपने अनुभव बताते हुए कहा कि जब यह पुस्तक पढ़नी शुरू की तो पता नहीं चला कि रात कब बीत गई।
नाईक ने लेखक अरविन्द चतुर्वेदी द्वारा कहे गये वाक्य कि ‘मोदी के परिजनों एवं जानने वालों से व्यक्तिगत रूप से मिलकर जानकारी ली गई’ पर कहा कि ‘मोदी जी को पिछले 55 वर्ष से जानता हूं। लेखक ने मुझसे मेरा अनुभव नहीं जाना जबकि राजभवन के दरवाजे सबके लिए खुले हैं। चलिए कोई बात नहीं विमोचन का स्थान राजभवन चुना है इसलिए थोड़ा मेरा नाम भी आ जायेगा।’ राज्यपाल ने कहा कि नरेन्द्र मोदी जी का जीवन अलौकिक है उनके जीवन की कहानी पुस्तक के माध्यम से लोगों तक पहुंचेगी। उन्होंने अपनी पुस्तक ‘चरैवेति!चरैवेति!!’ के बारे में बताते हुए कहा कि मराठी भाषा में लिखी गई पुस्तक अब तक हिन्दी, अंग्रेजी, गुजराती, उर्दू, संस्कृत में अनुवादित हो चुकी है तथा सिन्धी, अरबी, फारसी और जर्मन भाषा में भी शीर्घ आ रही है। उन्होंने कहा कि ‘द रियल मोदी’ पुस्तक का अन्य भारतीय भाषाओं में भी अनुवाद होना चाहिए।

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