आरक्षण समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए एक सपोर्ट सिस्टम | Alienture हिन्दी

Breaking

Post Top Ad

X

Post Top Ad

Recommended Post Slide Out For Blogger

Monday 24 September 2018

आरक्षण समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए एक सपोर्ट सिस्टम

लखनऊ। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने एक निजी संस्थान में आयोजित यूथ पार्लियामेंट में भाग लेते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर को हमसे कोई अलग नहीं कर सकता। हालांकि यह भी सच है कि हम सभी से अच्छे रिश्ते रखना चाहते हैं।

छात्रों के सवालों के जवाब देते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि देश के बॉर्डर की सुरक्षा अब कॉम्प्रिहेंसिव इंटीग्रेटेड बॉर्डर मैनेजमेंट सिस्टम तकनीक से की जाएगी। इसमें सेंसर और रडार की मदद से बॉर्डर पर होने वाली हलचल पर निगाह रखी जाएगी। उन्होंने बताया कि जम्मू-कश्मीर में इसका पायलट प्रोजेक्ट भी शुरू किया जा चुका है। जल्द ही असम में इसकी शुरुआत होगी। राहुल गांधी की धार्मिक यात्रा और विपक्ष के महागठबंधन से जुड़े सवाल के जवाब में राजनाथ ने कहा कि हमारा किसी से व्यक्तिगत विरोध नहीं है। राजनीति जाति या धर्म पर नहीं होनी चाहिए। बाकी राहुल गांधी क्या कर रहे हैं, वह सभी लोग बेहतर जानते हैं।

वहीं आरक्षण से जुड़े सवाल पर राजनाथ ने कहा कि देश में अब भी आरक्षण की जरूरत है। आजादी के समय हमारे देश के नेताओं ने समाज के कमजोर वर्ग के उत्थान के लिए आरक्षण का निर्णय लिया। उसकी उस समय देश को सख्त जरूरत थी। आज भी दूर दराज के गांवों में इसकी जरूरत है। तो ऐसे लोगों के लिए आरक्षण समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए एक सपोर्ट सिस्टम है।

उन्होंने कहा कि देश काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है, वह समय अब दूर नहीं है, जब हमारा देश बौद्धिक स्तर पर भी विश्व में अगुआ होगा। इस दौरान राजनाथ सिंह ने कहा कि प्राइवेट और सरकारी स्कूल के छात्रों के बीच के अंतर को खत्म करने के लिए एजुकेशनल पॉलिसी को रीवैम्प करने का प्रयास जारी है।

No comments:

Post a Comment

Post Top Ad