लखनऊ। राजधानी लखनऊ में फर्जी पुलिसवालों के मिलने का सिलसिला लगातार जारी है। पिछले दिनों कई फर्जी दरोगाओं के गिरफ्तार किये जाने के बावजूद लोग पुलिस की वर्दी खरीद कर पहनने से बाज नहीं आ रहे हैं। ताजा मामला मोहनलालगंज थाना क्षेत्र का है यहां पुलिस इंस्पेक्टर की वर्दी में एक महिला पकड़ी गई। पूछताछ के दौरान महिला ने बताया वह रायबरेली की रहने वाली है। उसका पति से डिवोर्स का मुकदमा लखनऊ में चल रहा है। पैरवी करते -करते वह स्वयं पुलिस की चाल ढाल रवैया को समझ गई और उसने एक प्राइवेट टेलर से वर्दी सिलवा कर नकली इस्पेक्टर बन बैठी।
हालांकि पुलिस ने इस फर्जी महिला इन्स्पेक्टर को गिरफ्तार कर लिया है उससे इस संबंध में पूछताछ कर आगे की कार्रवाई की जा रही थी। फिलहाल महिला द्वारा बड़ी वारदात को अंजाम देने का मामला अभी प्रकाश में नहीं आया है। ये महिला, पुलिस की वर्दी पहनकर लोगो पर रौब झाड़ती थी और दरोगा बन वाद विवाद निपटाया करती थी। जिसके एवज में इसको मोटी रकम मिलती थी। पुलिस ने फर्जी महिला दरोगा के साथ ही ड्राइवर और इसके फर्जी हमराही को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस ने स्कार्पियो गाड़ी सहित नकली पुलिस की वर्दी और तमाम दस्तावेज भी बरामद किये हैं।
थाना प्रभारी मोहनलालगंज के अनुसार, कुछ दिन पहले मोहनलालगंज थाना क्षेत्र में एक जयसवाल फैमिली में मारपीट हो गई थी। महिला जयसवाल फैमिली की पैरवी में आई थी। कम उम्र में इस्पेक्टर की वर्दी पहने हुई महिला जब इस्पेक्टर के कमरे में प्रवेश किया तो उन्हें शक हुआ। क्योंकि बाएं बाजू पर लगने वाला उत्तर प्रदेश पुलिस का मोनोग्राम दाहिने हाथ में लगा हुआ था। उन्होंने महिला से पूछा कि आप की पोस्टिंग कहां है। महिला ने बताया कि उसकी पोस्टिंग अमेठी थाने में है। जब अमेठी थाना प्रभारी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि हमारे यहां कोई महिला इस्पेक्टर तैनात नहीं है।
उसके बाद फिर महिला ने बातें बनाते हुए बताया की मौजूदा समय में उसका ट्रांसफर इंदौरा थाने में कर दिया गया है। जब इंदौरा थाना प्रभारी से बात की गई तो उन्होंने भी महिला इस्पेक्टर के बारे में जानकारी देने से इंकार कर दिया। जब महिला से सख्ती से बात की गई तो उसने अपना नाम सबीना बानो निवासी रायबरेली बताया। उसका पति से विवाद चल रहा है। जिसका मुकदमा हाई कोर्ट लखनऊ में चल रहा है। मुकदमे के सिलसिले में अक्सर उसका लखनऊ आना जाना होता था। वह पुलिस के रौब को देखते हुए उसने एक नकली इंस्पेक्टर की वर्दी सिलवाली। जिसके बाद से वह अक्सर लोगों की पैरवी करने के लिए निकल पड़ती थी। इस मामले में वकील सहित ड्राइवर व अन्य कई लोग शामिल है।
पुलिस ने मंगलवार को इसे उस वक्त गिरफ्तार किया जब ये स्कार्पियो से मोहनलालगंज के फुलवरिया गांव में एक विवाद को निपटाने के लिए अपने ड्राइवर राम किशोर और हमराही जितेंद्र के साथ पहुंची हुई थी। जिसकी सूचना पर जब स्थानीय पुलिस इसके पास पहुंची तो वर्दी में लगे कुछ तमगों को देखकर पुलिस को शक हुआ और जब पूछताछ की गई तो इस फर्जी लेडी सिंघम का सच सामने आ गया। गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में ये खुलासा हुआ कि आरोपी शाहीन बानो लोगों को ये बताती थी कि वो वर्तमान में अमेठी कोतवाली में पोस्टेड है। गिरफ्तारी के बाद फर्जी दरोगा शाहीन बानो का कहना है कि वो पुलिस विभाग में दरोगा बनने का ख्वाब सजोये थी। जिसके लिए इसने अग्रवाल नाम के सख्स को कुछ रकम भी दी हुई है। आप खुद सुनिये पुलिस के शिकंजे में आने के बाद आरोपी शाहीन और उसके साथी ने क्या कहानी बयां की। पुलिस ने आरोपी के पास से नकली पुलिस की वर्दी, स्कार्पियो, और तमाम दस्तावेज बरामद किए है।
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