मुंबई -राष्ट्रीय कुष्ठरोग निर्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत सोमवार से राज्य में कुष्टरोगियों की तलाश मुहिम शूरू कर दी गई है। यह अभियान9 अक्टूबर 2018 तक चलेगा। राज्य के 35 जिलों और355 तहसीलों में कुष्ठरोगियों की खोज की जाएगी और उनका इलाज किया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. दीपक सावंत ने बताया कि शोध मुहिम के तहत 71 हजार 297 स्वास्थ्य खोजपथक के माध्यम से 14 दिनों में 8.5 करोड़ लोगों का इलाज किया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि वर्ष 2017-18 में जहां कुष्ठरोग होने संख्या अधिक थी, उन 22 जिलों में इस अभियान पर अमल किया गया। ‘आशा’ कार्यकर्ती तथा एक पुरुष स्वयंसेवक का पथक बनाकर 4 करोड़ 59 लाख 29 हजार 661 लोगों का इलाज किया गया। उसमें से 1 लाख 64 हजार 964 संदिग्ध मरीजों को खोजकर उनपर विविध प्रकार के उपचार शुरू किए गए हैं।
सावंत ने बताया कि वर्ष 2016 – 17 में भी 16 तहसीलों में यह मुहिम चलाई गई थी।उसमें 4134 नये कुष्ठरोगियों को खोजकर उनका उपचार कर उन्हे रोगमुक्त बनाया गया। इसीतरह वर्ष 2015-16 में 5 जिलों में मुहिम चलाकर 166 मरीजों का उपचार किया गया था।
राज्य मे कुल अपेक्षित लोगों की संख्या 8 करोड़ 62 लाख 65 हजार 437 है। तहसील की संख्या 355 है। कुल मकानों की संख्या 1 करोड़ 72 लाख 53 हजार 87 है। खोजी दल में 71 हजार 297 शामिल हैं। सर्वेक्षण अवधी 14 दिन (24 सितंबर से 9 अक्टूबर 2018 ) है। खोजपथक में महिलाओं की चिकित्सा के लिए एक ‘आशा’ कार्यकर्ती और पुरुष की चिकित्सा के लिए एक स्वयंसेवक होगा। खोजे गए हर संदिग्ध मरीजों का इलाज मेडिकल अधिकारी द्वारा किया जाएगा।
No comments:
Post a Comment