नई दिल्ली। पाकिस्तान की जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, उनकी बेटी मरियम और दामाद मोहम्मद सफदर को नवाज शरीफ की बेगम कुलसुम के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए एक दिन के पैरोल पर रिहा किया जाएगा। शरीफ की पत्नी कुलसुम का 68 साल की उम्र में मंगलवार को लंदन में निधन हो गया। वह कैंसर से पीड़ित थीं। उनका पार्थिव शरीर यहां लाया जाएगा और शरीफ परिवार के निवास जाटी उमरा लाहौर में दफनाया जाएगा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कि शरीफ, मरियम और सफदर को अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए पैरोल पर रिहा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान ने कुलसुम के पार्थिव शरीर को वापस लाने और अन्य मामलों में शरीफ परिवार को सहूलियतें मुहैया करने का आदेश दिया है। सरकार पिता और पुत्री को एक दिन के लिए रिहा कर सकती है।
शरीफ परिवार ने कम से कम तीन दिनों के लिए पैरोल की मांग की है। पैरोल की मंजूरी के लिए अनुरोध जरूरी है। प्रवक्ता मरियम औरंगजेब ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष शहबाज शरीफ अपने बड़े भाई नवाज शरीफ और भतीजी मरियम से मिलने अदियाला जेल गए ताकि कुलसुम को दफनाए जाने के बारे में निर्देश ले सकें। उन्होंने कहा कि पार्थिव शरीर को लाहौर लाने के लिए शहबाज लंदन रवाना होंगे।
यह पूछे जाने पर कि क्या उनके दोनों पुत्र हसन और हुसैन अंतिम संस्कार में भाग लेने के लिए लाहौर आएंगे, उन्होंने कहा कि इस संबंध में अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ है। ऐसी संभावना है कि उनके दोनों पुत्र पाकिस्तान नहीं आएं क्योंकि एक अदालत ने विदेशों में संपत्ति से जुड़े एक मामले में उन्हें फरार घोषित किया है।
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