लखनऊ। राजधानी लखनऊ के नगर निगम कार्यालय में कार्यरत 3 कर्मचारियों की निलंबन की कार्रवाई से नाराज नगर निगम कर्मचारियों ने शहर के 8 जोनों में तालाबंदी कर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि ऐसे कैसे काम होगा। नगर निगम जल कल कर्मचारी संघ के अध्यक्ष शशि मिश्रा के मुताबिक तीनों कर्मचारियों के निलंबन का हम विरोध करते हैं। शनिवार को सारे जोनों का काम बंद कर मुख्यालय पहुंचे लोगों ने जोरदार प्रदर्शन किया। इसके बाद अधिकारियों के आश्वासन के बाद प्रदर्शन समाप्त हो गया।
कर अधीक्षक समेत तीन कर्मचारियों के विरोध में नगर निगम में शानिवार को कामकाज ठप रहा। नगर निगम के सभी आठ जोन कार्यालय में कर्मचारियों ने तालाबंदी कर दी और प्रशासन विरोधी नारेबाजी की। निलंबन के विरोध में सभी संगठन एक मंच पर आ गए और कार्रवाई को पक्षपात बताया। हालांकि हड़ताल का असर शहर की सफाई व्यवस्था पर नहीं पड़ा और सामान्य तरह से सफाई होती दिखी। शहर में शाम को राष्ट्रपति के आगमन को देखते हुए प्रशासन सतर्कता बरत रहा है और प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों को उचित काररवाई का आश्वासन दे रहा था।
गौरतलब है कि नगर निगम जोन 6 की टीम 22 सितंबर को बालागंज पहुंची थी। जूस कॉर्नर पर बवाल हो गया था। कार्यवाही के दौरान जूस कॉर्नर पर मौजूद इरफान, सरजू प्रसाद ने अपने साथियों को बुला लिया और टीम पर हमला बोल दिया था। गैंग कुली अवधेश पांडेय को जमकर पीटा गया था। कपड़े फाड़ दिए गए थे। पिटाई से उसे कई जगह चोटें भी आई थी। आरोप है कि मारपीट करने वालों ने जुर्माना ₹1800 के अलावा अवधेश पांडेय की जेब में रखे ₹5000 गले से सोने की चेन छीन ली थी। सरकारी गाड़ी को भी नुकसान पहुंचाया था। पांडेय की ओर से ठाकुरगंज थाना में मुक़दमा लिखाया था। इस संबंध में दो व्यक्तियों को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया था।
बालागंज में प्रतिबंधित पॉलीथिन के खिलाफ अभियान के दौरान ही मारपीट हुआ। अवैध वसूली को लेकर लगाए गए आरोप में नगर निगम के कर अधीक्षक चंद्रशेखर यादव, राजस्व निरीक्षक मधुरेश कुमार और गैंगकुली अवधेश पांडेय को निलंबित कर दिया गया। भाजपा नेताओं की शिकायत पर यह कार्यवाही हुई है। नगर आयुक्त इंद्रमणि त्रिपाठी ने बताया कि शासन से मिले निर्देश पर शुक्रवार देर शाम कार्रवाई की गई है। नगर विकास सचिव मनोज सिंह ने भी निलंबन की पुष्टि की है। गैंगकुली अवधेश कुमार पांडेय का एक वीडियो वायरल हुआ था। इसमेें अवधेश कुमार पांडेय कुछ लोगों से रुपये लेते दिख रहे थे। वीडियो में कहा गया कि यह लोग पटरी दुकानदारों से अवैध वसूली कर रहे थे। शासन ने इसकी जांच के आदेश दिए थे। इसी मामले में शुक्रवार को तीनों कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया था।
No comments:
Post a Comment