राम मंदिर निर्माण के लिए आमरण अनशन पर बैठे तपस्वी छावनी के पीठाधीश्वर स्वामी परमहंस ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में रामलला का दर्शन करने आएं तभी मैं अनशन समाप्त करूंगा। मोदी जी दुनिया में हर जगह जा रहे हैं अयोध्या आने में उन्हें क्या मुश्किल है? भगवान राम की कृपा से ही उन्हें गद्दी मिली और अब राम को ही भूल गए।
परमहंस के अनशन को भाजपा नेता विनय कटियार के बाद विश्व हिंदू परिषद का भी समर्थन मिला। विहिप उपाध्यक्ष चम्पत राय ने कहा कि स्वामी परमहंस का अनशन पवित्र कार्य के लिए है। देश को अयोध्या की इस तपन को महसूस करना चाहिए। रात के समय अदालतें खुल सकती हैं, केस की सुनवाई हो सकती है तो अयोध्या मामले को लटका कर क्यों रखा गया है?
चंपत राय ने कहा, भारत सरकार को मामले को गंभीरता से लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को इस मामले पर अदालत से निवेदन करना चाहिए। अगर हर सप्ताह तीन दिन मामले पर सुनवाई हो तो अगले दो महीने में मुद्दे पर निर्णय आ सकता है। उन्होंने कहा कि अयोध्या के संतों को राष्ट्रपति को पत्र लिखकर इस मामले पर उनका ध्यान आकृष्ट करवाना चाहिए।
वहीं, अनशन पर बैठे महंत परमहंस का मंगलवार सुबह चिकित्सकीय परीक्षण हुआ। डॉक्टरों का कहना है कि उनकी हालत सामान्य है। परमहंस ने भी मीडिया से बातचीत में दोहराया कि मोदी अयोध्या आकर रामलला का दर्शन करें तभी अनशन खत्म करूंगा।
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