सुल्तानपुर—- नगर के रेलवे स्टेशन रोड निवासी समाजसेवी प्रदीप अग्रवाल की 26 वर्षीय पुत्री कुमारी स्वाति अग्रवाल का बीते 11 नवंबर को आकस्मिक निधन हो गया। इस उपलक्ष्य में परम्परानुसार शान्तिभोज का होना सुनिश्चित हुआ। किन्तु समाजसेवी चाचा प्रवीण ड्रोलिया (पिंटू) तथा पिता प्रदीप अग्रवाल ने इस परंपरा को बदलने की सलाह परिवार को दी, जिस पर परंपरा बदलने को परिवार तैयार हो गया।
बीते मंगलवार को शांति हवन एवम् बाल भोज का आयोजन किया गया, जिसमें मूक बधिर एवम् अंधे बच्चों को भोजन कराया गया। उन्हें विदाई में एक स्वेटर और एक जोड़ी मोजा तथा टॉफी, बिस्कुट, भुजिया, चिप्स, फ्रूटी, चॉकलेट आदि का गिफ्ट पैक भी दिया। ऐसे गरीब और असहाय करीब 50 बच्चो की सेवा करके अग्रवाल परिवार जितना आत्मसंतुष्ट है उससे अधिक बच्चे खुश है। उन्हें इससे कोई लेना देना की उन्हें क्यो और किस अवसर पर यह सेवा मिली। उन्हें अपने जैसे असहायों के पूछे जाने अये सेवा किया जाने की बेहद खुशी है।
इसकी चर्चा समाज मे भी खूब हो रही है कि इस तरह की परंपरा को बल मिलना चाहिए जिससे गरीब असहायो की सेवा की जा सके और आवश्यकता के लोगो को आवश्यकता की चीजें भी मिल सकें।
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