कानपुर। आइआइटी में इन दिनों घमासान मचा हुआ है, विवादों की फेहरिस्त बढ़ती जा रही है। अब एससी-एसटी कर्मचारियों ने शोषण के खिलाफ आवाज उठाई है। आइआइटी में फेडरेशन ऑफ आल आइआइटीज एससी.एसटी इंप्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन की समन्वय समिति की तीन दिवसीय बैठक में मुद्दा गरमाया रहा। बैठक मेंं राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग की सदस्य डॉ.स्वराज विद्वान ने कहा कि तीन दिन मंथन के बाद पूरी रिपोर्ट राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री को भेजी जाएगी।
डॉ विद्वान ने कहा कि उनके पास यह शिकायतें आ रही हैं कि अनुसूचित जाति के लिए बनाई गई नीतियों का पालन नहीं किया जाता है। इसके लिए शिक्षित व संगठित होने की जरूरत है। देशभर के आइआइटी में काम कर रहीं एससी-एसटी एसोसिएशन उनके पास तक इन मामलों को पहुंचा रही हैं। आइआइटी कानपुर के कर्मचारियों की भी कई शिकायतें हैं,उन्हें बैठक में सुनने के साथ निदेशक से वार्ता की जाएगी।
आइआइटी कानपुर में पहली बार हुई राष्ट्रीय बैठक में आइआइटी खडग़पुर, आइआइटी मुंबई,आइआइटी दिल्ली,रुड़की,आइआइटी गुवाहाटी,आइआइटी चेन्नई व आइआइटी कानपुर से पदाधिकारी व सदस्य शामिल हुए। इस दौरान एससी.एससी सेल के लाइजन ऑफीसर प्रो.कमल पोद्दार, संयुक्त कुलसचिव (लीगल एंड एडमिनिस्ट्रेशन) सीपी सिंह, आइआइटी की अंबेडकर विचार समिति के अध्यक्ष अश्विनी कुमार,महासचिव मंगेश सुखदेव आदि मौजूद रहे।
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Wednesday, 28 November 2018
आइआइटी में माहौल गरमाया,एससीएसटी कर्मियों ने उठाई शोषण के खिलाफ आवाज
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