नई दिल्ली। चारा घोटाले में जेल मे सजा काट रहे लालू प्रसाद यादव के परिवार में घमासान जारी है। इसकी वजह बड़े बेटे तेज प्रताप का अपनी नई-नवेली बीवी से तलाक के लिए अदालत की चौखट पर पहुंचना है। तेज प्रताप के अटपटे बयानों ने इस भूचाल को और बढ़ा दिया है। उन्होंने आज मीडिया से बात करते हुए यहां तक कह दिया कि उनकी शादी लालू ने राजनैतिक लाभ के लिए कराई थी। ऐश्वर्या से शादी उन्हें पसंद नहीं थी। इससे परिवार का आपसी विवाद भी खुलकर सामने आ गया है।
गौरतलब है कि अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव के साथ अपने झगड़े के लिए तेज प्रताप पहले से चर्चा में हैं। उनके इस बयान से पिता लालू से भी वैमनस्य सामने आ गया है। इन सबके बीच सबसे ज्यादा फोकस में तेज प्रताप का उबड़-खाबड़ व्यक्तित्व है। लोग महज पांच महीनों में इस हाई प्रोफाइल शादी के टूटने के कारणों की भी तलाश में हैं।
इसी साल मई में पटना के वेटरनरी कॉलेज ग्राउंड में तेजप्रताप यादव और ऐश्वर्या राय की शादी को दो प्रभुत्व वाले राजनैतिक परिवारों के मेल की तरह देखा जा रहा था। लालू यादव जहां पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख हैं, वहीं ऐश्वर्या का परिवार भी राजनैतिक इतिहास रखता है। वे पूर्व मुख्यमंत्री दारोगा राय की पौत्री हैं। खूब धूमधाम से हुई शादी में कद्दावर राजनैतिक हस्तियां शामिल हुईं और पार्टी ने तेज-ऐश्वर्या को शिव-पार्वती की तरह आदर्श जोड़ा बताते हुए इसी आशय के पोस्टर भी बंटवाए।
शादी के बाद आरजेडी के नेता तेज ने पत्नी के साथ साइकिल पर बैठी हुई तस्वीर भी सोशल मीडिया पर शेयर की थी, जिसमें नवदंपति आंखों में आंखें डाले हुए मुस्कुरा रहे हैं। आखिरी बार ये जोड़ा लालू के इलाज के दौरान जून में उनसे मिलने मुंबई गया था, जिसके बाद से उन्हें कभी साथ नहीं देखा गया। आखिर क्या वजह हो सकती है कि शादी के चंद महीने बाद ही राजनैतिक कद रखने वाले दंपति में एक ने तलाकनामा दायर कर दिया। बता दें कि मामला एकतरफा तलाक की अर्जी का है जो कि तेजप्रताप ने डाली है। 2 नवबंर को पटना कोर्ट में पत्नी की क्रूरता को वजह बताते हुए तेजप्रताप ने अर्जी डाली। बाद में पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे घुट-घुटकर नहीं जिया जा सकता। 29 नवंबर को तलाक की अर्जी पर सुनवाई शुरू होगी।
इससे पहले भी तेजप्रताप ने वैवाहिक जीवन में खटास का दुखड़ा सोशल मीडिया पर सुनाया था। फेसबुक पर एक पोस्ट में अपनी पार्टी पर भड़के इस नेता ने कहा कि लोग पार्टी के कार्यक्रमों में शामिल न होने पर उन्हें जोरू का गुलाम और सनकी कहते हैं। ऐसे लोगों को चेताते हुए उन्होंने लगभग धमकी के सुरों में लिखा कि मैं दबकर नहीं रहने वाला। हालांकि आरजेडी नेता की इस हड़बड़ी को उनके व्यक्तित्व से जोड़कर भी देखा जा सकता है। तेजप्रताप यादव इससे पहले भी कई बार अपने उतावलेपन और आक्रामक व्यवहार की वजह से चर्चा में रहे। साल 2017 में लालू की z+ सुरक्षा हटाने की बात पर भड़के बेटे ने कहा कि अगर उनके पिता पर आंच भी आई तो वे पीएम मोदी की चमड़ी उतरवा देंगे। जिसके बाद मचे बवाल पर तुरंत ही लालू प्रसाद ने बेटे के शब्दों पर माफी मांगी।
अपने देसी अंदाज के लिए देश-दुनिया में लोकप्रिय लालू के बड़े सुपुत्र भी अपने ठेठ अंदाज के लिए जाने जाते हैं लेकिन ये ठेठपना उन्हें सुर्खियों से ज्यादा विवादों में रखता है। बारहवीं पास तेजप्रताप ने दिल्ली विश्वविद्यालय से ग्रेजुएट ऐश्वर्या के साथ वैवाहिक रिश्ते की शुरुआत भले ही शिव-पार्वती के जोड़े की तरह की हो लेकिन चंद महीनों में ही अलगाव की पहल एकदम अलग दिशा की ओर इशारा करती है।
No comments:
Post a Comment