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Saturday, 3 November 2018

खेल को खेल की भावना से खेलना चाहिए—डी एम

 

 

 

सुल्तानपुर—-  जिलाधिकारी विवेक ने  सरस्वती विद्या मन्दिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय विवेकानन्दनगर परिसर में आयोजित अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम से सम्बद्ध सेवा समर्पण संस्थान की 32वीं प्रान्तीय खेलकूद प्रतियोगिता का प्रतियोगिता का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलन, ध्वजारोहण तथा तीरंदाजी कर किया।  जिलाधिकारी शुभारम्भ अवसर पर कहा कि खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले बच्चों का शारीरिक एवं मानसिक विकास होता है। उन्होंने कहा कि खेल को खेल की भावना से खेला जाना चाहिए, इससे अनुशासन का भाव उत्पन्न होता है। उन्होंने कहा कि खेल व पठन-पाठन समयानुसार किया जाय, ताकि पढ़ने में अभिरूचि बनी रहे।   खेलकूद प्रतियोगिता में प्रदेश के करीब 10 जिलों से 175 वनवासी जनजाति प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। कार्यक्रम संयोजक डॉ. आर. ए. वर्मा ने जिलाधिकारी का वैच लगा प्रतीक चिन्ह भेंट कर स्वागत किया। समारोह की विशिष्ट अतिथि डॉ. मंजुला त्रिपाठी तथा अध्यक्षता डॉ. जे.पी. सिंह ने की। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रान्त सह संगठन मंत्री आनन्द रहे। समारोह में कबड्डी, दौड़, तिरंदाजी, मैराथन दौड़ आदि प्रतियोगिताएं चल रही हैं। कार्यक्रम का संचालन अधिवक्ता राजेष कुमार द्विवेदी ने किया। प्रतियोगिताओं में कबड्डी में गोरखपुर, सोनभद्र व वाराणसी ने अपने अपने मैंच जीते। गोरखपुर ने आजमगढ़ को 19 के मुकाबले 39 अंकों से हराया। इसी तरह सोनभद्र ने महराजगंज को 4 के मुकाबले 41 अंकों व वाराणसी ने प्रयागराज को 22 के मुकाबले 33 अंकों से पराजित किये। कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक नरोत्तम कानोडिया, मंजूलता श्रीवास्तव, अजीत श्रीवास्तव, एच.डी.राम, प्रधानाचार्य शेष मणि मिश्र, निर्णायकों में विवेकानन्द यादव, अनिल सिंह, ऋषि पाण्डेय, ऋशभ शुक्ल, अंकित, हर्ष वर्धन यादव, सत्य प्रकाश गुप्ता, वरिष्ठ पत्रकार दिनेश दूबे, विजय बिद्रोही व सम्बन्धित उपस्थित थे ।

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