लखनऊ। बलरामपुर चिकित्सालय में आये दिन मरीजों को समस्याओं का सामना कारना पढ़ रहा है। यहॉ किस तरह तीमारदार अपने मरीज को स्ट्रेचर न मिलने के कारण गोद में लेकर ऐमरजेन्सी में चक्कर लगाने को मजबूर हैं। ऐसी ही एक घटना आज देखने को मिली जहां सीतापुर से आये मरीज को बलरामपुर चिकित्सालय के एमरजेंसी में दूसरी जगह ले जाने की बात कही गयी। पर उसे स्ट्रेचर तक नहीं मिला जिसके बाद मरीज के साथ आए परिजनों ने मरीज को गोद में उठा कर बाहर करना पड़ा।
लापारवाहियों का समूह बनता जा रहा है बलरामपुर चिकित्सालय
मरीज के साथ मौजूद परिजन विनोद ने बताया कि वह अपने मरीज को दिखाने सीतापुर से यहॉ लाया था लेकिन डाक्टरों ने इलाज नहीं किया और उसको एक दवाई देकर 21 दिन बाद आने की सलाह देकर चलता कर दिया साथ ही बहार किसी प्राइवेट अस्पताल में दिखाने की सलाह भी दी। वही दूसरी तरफ स्ट्रेचर न मिलने के कारण तीमारदार हाथ में वीगो लगी महिला मरीज को गोद में उठा कर ले जाने को मजबूर है। सोचने वाली बात यह है कि अस्पतालों में लापरवाही का ये कोई पहला मामला नहीं है पर फिर भी स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन जागने का नाम नहीं ले रहा है।
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