सुल्तानपुर— जब जनपद के प्रभारी मंन्त्री को नही मालूम है कि जिस जनपद के वह प्रभारी मंन्त्री है उनके जनपद में कितना ओ डी एफ घोषित किया गया है कितना कार्य जनपद के धरातल पर हुआ है ऐसे में आप खुद अंदाजा लगा सकते है कि जनपद व सरकार की योजनाएं किस हद तक साकार हो सकती है और कैसे होगा जनपद का विकास
जनपद के कुछ ओ डी एफ का सच—-
स्वच्छता अभियान के तहत देश के प्रधानमंत्री ने पूरे देश में स्वच्छता अभियान की एक मुहिम छेड़ा जिसके तहत उन्होंने अधिकारी से लेकर के नेता तक को निर्देशित किया था कि सभी अपने अपने कार्यालय में खुद सुबह पहुंचकर झाड़ू लगाए नेताओं को भी झाड़ू और पंजा लेकर के सड़कों पर लोगों को जागरूक करने के लिए उतार दिया था इसी के तहत उत्तर प्रदेश के ग्रामीणों में खुले में शौच से मुक्त करने के लिए स्वच्छता अभियान की पहल किया गया जिसमें शौचालयों के निर्माण के लिए सरकार ने ₹12000 अनुदान देने की घोषणा की सरकार की घोषणाओं के बाद सरकारी महकमे में बैठे अधिकारी अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को इस काम में लगा दिया हर गांव में ओ डी एफ के घर को चयनित किया गया लेकिन जनपद के सुल्तानपुर में कागजों पर ही लगभग 85 प्रतिशत ओ डी एफ मुक्त घोषित कर दिया गया है मामला तब उजागर हुआ जब कुड़वार ब्लॉक के चेरे मिश्र गांव के रामानंद ने मुख्यमंत्री, जनपद के जिला अधिकारी मुख्य विकास अधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर खुले में शौच जाने के लिए अनुमति मांग लिया बरहाल रामानंद के शिकायती पत्र पर जनपद के अधिकारियों को कोई फर्क नहीं पड़ा उसके पूरे गांव में 580 ओडीएफ चयनित किए गए लेकिन बताया जाता है कि सिर्फ लगभग 100 घरों में शौचालय बने होंगे लेकिन वह शौचालय भी मानक के विपरीत बने है खड़ी की गई दिवाले पीले ईंटे की है एक गड्ढे बनाए गए हैं दरवाजे तो ऐसे लगे हैं जिन्हें अगर ठीक से 10 बार खुला बंद किया जाए तो दरवाजे निकल जाएंगे लेकिन ताज्जुब यह है कि580 का धन भी अवमुक्त हो चुका है ताज्जुब यह भी है कि जबशौचालयबनने की धनराशि पात्र व्यक्ति के खाते में जाएगी तो पैसा कहा गया किसने निकाला यह भी अपने आप मे एक बहुत बड़ा सवाल है यही नही एक मामला और भी सामने आया है जनपद के धनपतगंज ब्लॉक्र के हन्ना हरौरा में बीते रविवार को एक वीडियो वायरल हुआ उस वीडियो वायरल में चयनित ओ डी एफ घर की महिला खुद बता रही हैकि और शौचालय की तस्वीर बता रही है वह पीले ईंटे से जोड़ा गया है और मोरंग महिला ने दिया है यही नहीं वायरल वीडियो में महिला यह भी कह रही है उसे कॉलोनी दिया गया और उस कॉलोनी के एवज में ग्राम प्रधान ने ₹20000 लिया है
यह तो सिर्फ जनपद की एक भरस्टाचार की तस्वीर है अगर इन तस्वीरों पर गौर करके धरातल पर जांच की जाए तो जनपद के अधिकारियों व कर्मचारियो की असली तस्वीर निकल आएगीताज्जुब होता है कि सरकार की योजनाओं पर सरकार के अधीनस्थ अधिकारी उसे सफेद कागज पर कलम चला कर कागजो में सरकार की योजनाओं का शत प्रतिशत पूर्ण होने का दावा ठोक रहे है।
प्रभारी मंन्त्री को मालूम नही जनपद के ओ डी एफ का——-
जब इस संबंध में जनपद के प्रभारी मंत्री और आबकारी मंत्री जय प्रताप सिंह से बात किया गया तो कहते हैं कि हमें जनपद के ओडीएफ के बारे में नहीं मालूम है कि जनपद में कितना ओ डी एफ घोषित हुआ है कितने शौचालय बने हैं ये हैं प्रभारी मंत्री जिन्हें सरकार ने सुल्तानपुर जनपद में प्रभारी मंत्री नियुक्त किया है जिनको यह जिम्मा सौंपा गया है कि सरकार की योजनाओं का समीक्षा कर योजनाओं कोपात्र लाभार्थियों को पहुंचाने का काम करें प्रभारी मंत्री जय प्रताप सिंह को यह मालूम ही नहीं है कि सरकार महत्वाकांक्षी योजना जिन्हें देश के प्रधानमंत्री ने संचालित किया है सवाल यह उठता है कि जब जनपद के प्रभारी मंत्री का यह बयान है तो जनपद के अधिकारी व कर्मचारी योजनाओं को किस मुकाम पर पहुंचाएंगे यह तो आने वाला समय ही बतायेगा ।
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