फ्रांस के साथ मिलकर ऐसे मसूद का काम तमाम करेगा भारत… | Alienture हिन्दी

Breaking

Post Top Ad

X

Post Top Ad

Recommended Post Slide Out For Blogger

Monday 25 February 2019

फ्रांस के साथ मिलकर ऐसे मसूद का काम तमाम करेगा भारत…

पुलवामा हमले के बाद ही भारत दुनिया के सभी मित्र देशों के साथ मिलकर पाकिस्तान को घेरने में लगा हुआ है। इसी कड़ी में भारत को सबसे बड़ा साथ फ्रांस का मिला है, जिसके साथ मिलकर वह मसूद अजहर का खत्मा करने की तैयारी में लगा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र संघ में जैश-ए-मोहम्मद को प्रतिबंधित करने के लिए फ्रांस प्रस्ताव पेश करेगा। जिसमें मसूद अजहर के साथ-साथ उसके भाई अब्दुल रौफ असगर और अन्य जैश कमांडरों के खिलाफ भी ऐसा ही एक प्रस्ताव यूएन में पेश किया जा सकता है। इसके लिए फ्रांस ने अपने प्रयासों के लिए अन्य यूरोपीय देशों से संपर्क साधना शुरू कर दिया है।

हालांकि अभी इस बात पर जानकारी सामने नहीं आई है कि असगर और अन्य जैश के आतंकियों को यूएन के सेक्शन कमिटी 1267 के तहत प्रतिंबधित सूची में शामिल करने के लिए अलग से प्रस्ताव रखा जाएगा या अजहर के लिए पेश किए जाने वाले प्रस्ताव में उनका नाम भी शामिल कर लिया जाएगा। जैश के अन्य कमांडरों को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादियों की सूची में शामिल कराने के भारत के प्रयासों में चीन अड़ंगा डाल सकता है।

पिछली बार 2017 में मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगाने के प्रस्ताव पर चीन ने ही वीटो लगाया था और कहा था कि ऐसा करने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं हैं। तब भारत ने इसे सेलेक्टिव अप्रोच और डबल स्टैंडर्ड बताकर चीन की आलोचना की थी और कहा था कि इससे आतंकवाद से जंग जीतने की अंतरराष्ट्रीय प्रयास कमजोर होते हैं। माना जा रहा है कि चीन एक बार फिर से अजहर पर वही रुख कायम रख सकता है। हालांकि, चीन अगर असगर और अन्य जैश कमांडरों को प्रतिबंधित करने वाले प्रस्ताव के साथ भी ऐसा करता है तो उसे अंतरराष्ट्रीय शर्मिंदगी झेलनी पड़ सकती है।

बता दें कि अजहर का भाई असगर न सिर्फ पठानकोट हमले में शामिल था बल्कि वह भारत के खिलाफ अपने अभियान में अजहर से ज्यादा ऐक्टिव है। कुछ दिन पहले भी असगर ने भारत पर हमले की बात कही थी। कश्मीर एकजुटता दिवस के दिन असगर ने कहा भी था कि वह भारत को आतंकित करना चाहता है। असगर के अलावा इब्राहिम अतहर और शाहिद लतीफ का नाम प्रतिबंध के लिए प्रस्तावित किया जा सकता है। दोनों ही पठानकोट हमले के आरोपी हैं।

No comments:

Post a Comment

Post Top Ad