जम्मू। उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के हंदवाड़ा में शुक्रवार से जारी मुठभेड़ में सीआरपीएफ के इंस्पेक्टर समेत चार जवान शहीद हो गए। नौ अन्य घायल हैं। फिलहाल ऑपरेशन जारी है। पूरे इलाके को सुरक्षा बलों ने घेर रखा है।
जिले के लंगेट इलाके के बाबागुंड में आतंकियों की मौजूदगी की सूचना पर 22 राष्ट्रीय राइफल्स, 92 बटालियन सीआरपीएफ तथा एसओजी ने गुरुवार की देर शाम घेराबंदी तथा तलाशी अभियान (कासो) शुरू किया।
पांच घंटे की तलाशी के बाद घेरा सख्त होता देख एक मकान में छिपे आतंकियों ने सुरक्षा बलों पर फायरिंग शुरू कर दी, जिससे रात में लगभग डेढ़ बजे मुठभेड़ शुरू हो गई। शुक्रवार को भी मुठभेड़ जारी रही। इस दौरान सुरक्षाबलों ने विस्फोट कर मकान उड़ा दिया। इसके बाद दूसरी ओर से फायरिंग बंद हो गई। यह सूचना आई कि दो आतंकी मारे गए हैं।
चूंकि रास्ता तंग होने की वजह से मुठभेड़ स्थल तक जेसीबी नहीं जा सकती थी, इस वजह से मैन्युअल ही मलबा हटाने का काम शुरू किया गया। इस बीच मलबे में से निकलकर आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी। इसमें नौ जवान घायल हो गए। फायरिंग शुरू होते ही जवानों ने मोर्चा संभालकर जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी, जिससे दोबारा मुठभेड़ शुरू हो गई।
सूत्रों के अनुसार फायरिंग में घायल हुए सीआरपीएफ के इंस्पेक्टर समेत दो, व दो पुलिस के जवान शहीद हो गए। शहीद होने वाले इंस्पेक्टर का नाम पिंटू तथा एसओजी जवान का नसीर अहमद बताया जाता है, लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है।
सुरक्षा बलों पर भारी पथराव, हिंसक झड़पों में युवक की मौत
मुठभेड़ शुरू होते ही हिंसा भड़क उठी। युवाओं ने सड़क पर उतरकर सुरक्षा बलों पर भारी पथराव किया। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे गए। इसके बाद भी स्थिति नहीं संभली तो पेलेट गन का इस्तेमाल किया गया। हिंसक झड़पों में आधा दर्जन युवकों के घायल होने की सूचना है, जिन्हें अस्पताल भेजा गया है। वसीम अहमद मीर नामक युवक ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।
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