लखनऊ। गलत जन्मतिथि बताने के मामले में डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. निशीथ राय के खिलाफ लखनऊ विश्वविद्यालय कुलपति केस दर्ज कराएंगे। लखनऊ विश्वविद्यालय की कार्य परिषद ने केस दर्ज कराने के लिए कुलपति को अधिकृत किया है। जस्टिस सुधीर सक्सेना की अध्यक्षता वाली समिति ने प्रो. राय के खिलाफ केस दर्ज कराने की सिफारिश की थी। पुनर्वास विवि के मौजूदा कुलपति प्रो.राणा कृष्णपाल सिंह ने मुख्यमंत्री की अध्यक्षता वाली सामान्य परिषद में पास हुए प्रस्ताव का हवाला देते हुए प्रो.राय पर कार्रवाई के लिए एलयू को पत्र लिखा था।
प्रो. राय पुनर्वास विवि के पूर्व कुलपति होने के साथ ही क्षेत्रीय नगर एवं पर्यावरण अध्ययन केंद्र के निदेशक पद पर भी हैं। आरोप है कि प्रो. राय ने लविवि में नियुक्ति के लिए हाईस्कूल की मार्क्सशीट लगाई है उसमें उनकी जन्मतिथि 1 अक्तूबर 1963 दर्ज है। जबकि सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद से मिले सत्यापन के अनुसार उन्होंने वर्ष 1977 में हाईस्कूल की परीक्षा उत्तीर्ण की थी और इसमें उनकी जन्मतिथि एक अक्तूबर 1960 दर्ज है।
जन्मतिथि में कोई गड़बड़ी नहीं
मेरी जन्मतिथि में कोई गड़बड़ी नहीं है, जो हाईस्कूल में है वही आगे भी है। मेरे खिलाफ हुई जांच की रिपोर्ट राजभवन में लंबित है, उस पर कोई निर्णय नहीं हुआ है। लविवि इस पर कोई निर्णय कैसे ले सकता है? मैंने लविवि के प्रोफेसर पद से 2014 में त्यागपत्र दे दिया था। जब मैं कर्मचारी ही नहीं हूं तो उन्हें मेरे खिलाफ निर्णय लेने का कोई अधिकार नहीं है। यह निर्णय पूर्वाग्रह व दुर्भावना से प्रेरित है। अर्बन सेंटर के एमओयू में केंद्र ने प्रमुख सचिव नगर विकास को गवर्निंग काउंसिल का अध्यक्ष बनाया है। इस पर भी लविवि कोई निर्णय नहीं ले सकता है। – प्रो. निशीथ राय, पूर्व कुलपति डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय व निदेशक अर्बन सेंटर लविवि
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