लखनऊ। लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा को शिकस्त देने की खातिर बसपा व रालोद से गठबंधन करने वाले समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने बेहद ही खतरनाक मांग कर दी है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पीएम नरेंद्र मोदी पर 72 वर्ष के लिए प्रतिबंध लगाने की मांग की है।
अखिलेश यादव ने पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है। ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि निर्वाचन आयोग को बेहद ही शर्मनाक भाषण के लिए पीएम मोदी पर 72 वर्ष का प्रतिबंध लगाना चाहिए। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पीएम मोदी को उनके ‘शर्मनाक’ भाषण के लिए 72 वर्ष के लिए प्रतिबंधित किया जाना चाहिए। चुनाव आयोग ने हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू सहित कई नेताओं को चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के कारण 72 घंटे के लिए प्रचार करने से रोक दिया है। अखिलेश यादव को कल बंगाल में पीएम नरेंद्र मोदी के भाषण पर गहरी आपत्ति है।
अखिलेश ने कहा विकास पूछ रहा है कि क्या आपने पीएम का शर्मनाक भाषण सुना। 125 करोड़ देशवासियों का विश्वास खोने के बाद, मोदी 40 विधायकों के कथित रूप से दिए गए दलबदल के अनैतिक आश्वासन पर भरोसा कर रहे हैं। उन्होंने ट्वीट किया। अखिलेश ने कहा कि यह उनकी काले धन की मानसिकता को दर्शाता है। उन्हें 72 घंटे नहीं बल्कि 72 वर्ष के लिए प्रतिबंधित किया जाना चाहिए। देशभर में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान का दौर चल रहा है। लोकसभा चुनाव के दौर में नेताओं के हर दिन एक-दूसरे पर बयानबाजी के नए-नए रंग देखने को मिल रहे हैं। सपा के मुखिया अखिलेश यादव ने प्रधानममंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधा है।
पश्चिम बंगाल के हुगली जिले में सेरामपुर लोकसभा सीट और उत्तर 24 परगना में बैरकपुर निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव प्रचार के दौरान कल पीएम मोदी ने टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी को उनकी प्रधानमंत्री बनने की महत्वाकांक्षाओं पर हमला करते हुए कहा कि दीदी, अभी दिल्ली बहुत दूर है। दीदी, इस चुनाव के नतीजे आने पर आपके विधायक भी आपको छोड़ देंगे। भाजपा के चुनाव जीतने के बाद आपके 40 विधायक मेरे संपर्क में हैं और आपके सभी विधायक आपको छोड़ देंगे। उन्होंने कहा कि आपके पैरों के नीचे से राजनीतिक जमीन खिसक गई है।
लोकसभा चुनाव 2019 के चार चरणों का चुनाव हो चुके हैं। इन चरणों में करीब 342 सीटों पर मतदाताओं ने अपने मत का इस्तेमाल किया है। इसके साथ ही करीब 70 फीसद सीटों पर उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो चुकी है। इसके अलावा अब तीन चरणों का चुनाव शेष है जो मई महीने में 6, 12 और 19 मई को संपन्न होंगे। अब नेताओं का पूरा ध्यान तीन चरणों पर केंद्रित है।
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