सीतापुर। उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में महिला को चलती ट्रेन से फेंक दिया गया। सोमवार सुबह महिला अपने मायके आ रही थी। इसी दौरान उसे खैराबाद इलाके में महमूदपुर फाटक के करीब ट्रेन सवार लोगों ने नीचे धक्का दे दिया। ट्रेन से गिरने के कारण महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। रेलवे गेटमैन और ग्रामीणों की मदद से ट्रेन सवार यात्री को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। इंस्पेक्टर आरपीएफ का कहना है कि महिला गोण्डा से सीतापुर आने वाली पैसेंजर ट्रेन से यात्रा कर रही थी। किस हालत में गिरी, ये जांच का विषय है। अगर तहरीर मिलती है, तो पड़ताल के आधार पर कार्रवाई भी होगी।
बाराबंकी जनपद के फतेहपुर थाना क्षेत्र स्थित हिलौली गांव की रहने वाली बिन्देश्वरी 45 पत्नी फत्ते का कहना है कि उसका मायका सीतापुर जिले के रामपुर कला थाना क्षेत्र स्थित पेड़रहा गांव में है। गोण्डा से चलकर बुढ़वल आने वाली ट्रेन पर सोमवार सुबह वह सवार हुई। उसे बिसवां में उतरना था लेकिन नींद के कारण उसकी आंख नहीं खुल सकी। जगने पर उसने खुद को बिसवां के आगे पाया। ट्रेन के डिब्बे में भीड़ थी। कुछ लोग ताश खेल रहे थे। जब उसने सीट से आगे बढ़ना चाहा तो दबंगों ने धक्का मुक्की शुरू कर दी और बाद में गेट के करीब आते ही पीछे से धक्का दे दिया। ट्रेन से महिला खैराबाद इलाके में महमूदपुर के करीब गिरी। गेटमैन की मदद से उसे अस्पताल भिजवाया गया। महिला के पैर का निचला हिस्सा कटने के कारण उसकी हालत गंभीर है।
इंस्पेक्टर आरपीएफ डीके सिंह का कहना है कि गोण्डा से चलकर सीतापुर आनी वाली 55035 पैसेंजर ट्रेन में महिला सवार थी। अधेड़ यात्री खुद गिरी या उसे गिराया गया। ये जांच का विषय है, परिवार के लोगों को सूचना दे दी गई है। तहरीर मिलते ही कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। फिलहाल महिला की हालत खतरे से बाहर है। आरपीएफ पुलिस अधिकारियों ने जिला अस्पताल पहुंचकर महिला के बयान दर्ज किए हैं।
ग्रामीणों की तत्परता से बची महिला की जान
महमूदपुर गांव शहर से लगा हुआ इलाका है। गांव के मुरली कहते हैं कि जैसे ही ट्रेन से महिला गिरी, गांव के लोगों ने देख लिया। सभी लोग भागकर मौके पर पहुंचे। रेलवे गेटमैन भी आ गया। महिला के शरीर से खून बहुत गिर गया था, इसलिए सभी लोगों ने मिलकर निजी साधन से महिला को जिला अस्पताल पहुंचाया।
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