एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा में सेंधमारी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश  | Alienture हिन्दी

Breaking

Post Top Ad

X

Post Top Ad

Recommended Post Slide Out For Blogger

Wednesday 29 May 2019

एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा में सेंधमारी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश 

एसटीएफ ने सरगना को जनपद वाराणसी से दबोचा

 
लखनऊ। यूपी  एसटीएफ ने  लोक सेवा आयोग उत्तर प्रदेश  द्वारा आयोजित 29 जुलाई 2018 को एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा में धाधली कराने के वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए सरगना सिक्योरिटी प्रिन्टिग प्रेस मालिक कौशिक कर को गिरफ्तार किया है।  आरोपी के कब्जे से ती एटीएम कार्ड, एक पैन कार्ड, आधार कार्ड,मोबाइल व 24 सौ रूपये की नकदी बरामद हुई है। पकड़े गये आरोपी के खिलाफ विधिक कार्रवाई कर अन्य साथियों की तलाश की जा रही है।
एसटीएफ के एसएसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि  यूपीपीएससी की एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा में धांधली के संबंध में टीम को लगाया गया था। मुखबिर से सूचना मिली कि कौशिक कुमार अपने सहयोगियों से मिलने तथा नये प्रतियोगी परीक्षा के प्रश्न पत्रें को आउट कर भारी पैसा कमाने के लिए पुन: वाराणसी आया है। उक्त सूचना पर कौशिक कुमार कर को घेराबंदी कर दबोच लिया गया।  पकड़े गये आरोपित ने अपना नाम व पता कौशिक कुमार कर पुत्र सुनील चन्द्र कर निवासी सुकान्तनगर, सेक्टर-4, साल्ट लेग कोलकाता, 24 परगना उत्तर, पश्चिम बंगाल बताया है।  पूछताछ पर आरोपी ने बताया कि उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा नियंत्रक ने आगामी परीक्षा का प्रश्न पत्र छापने के लिए दिया है। उसने यह भी बताया कि मैने उत्तर प्रदेश में वर्ष 2018 एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती की हुई परीक्षा का प्रश्नपत्र भी छापा था। जितने प्रश्नपत्रोंं को छापने का आर्डर मुझे मिला था उससे कुछ अतिरिक्त प्रश्नपत्रों को  छापा था। उक्त प्रश्नपत्रों को सहयोगी रंजीत प्रसाद व गणेश प्रसाद शाह, संजय कुमार के माध्यम से परीक्षा के एक दिन पूर्व लगभग 50 लड़को को वाराणसी में हल करवाकर पढ़वाया था और प्रश्नपत्रों को हल कराकर पढ़ाने का प्रति लड़का 2.50 लाख से 5 लाख तक वसूला गया था। पढ़ाने के बाद रणजीत प्रसाद ने मुझे 50 लाख रुपए दिया तथा बताया कि लड़कों के हाई स्कूल, इण्टर, स्नातक आदि के  मूल शैक्षणिक प्रमाण पत्र मेरे पास बतौर गारन्टी जमा है। आरोपी ने बताया कि परीक्षा परिणाम निकलने के बाद शेष पैसा प्रति अभ्यर्थी ढाई से पांच लाख मुझे मिलता था।

No comments:

Post a Comment

Post Top Ad