लोगों के पास पैसा तो होता है लेकिन यह नहीं मालूम होता कि उस पैसे का क्या करें ताकि अच्छा रिटर्न मिल सके. इसके पीछे एक वजह यह भी है कि ज्यादातर लोग सेफ जोन में रहना पसंद करते हैं और रिस्क लेने से घबराते हैं.
सोने का मोह
दुनिया में सबसे ज्यादा गोल्ड की खपत भारत में होती है. खासतौर पर महिलाएं जूलरी बनवाने पर अधिक खर्च करती हैं. हम सोने को सेविंग्स समझने की भूल कर बैठते हैं. हम यह नहीं समझते कि सोने पर बहुत कम रिटर्न मिलता है और मिलता भी है तो काफी समय के बाद. इसलिए गोल्ड में इन्वेस्ट करना बहुत फायदेमंद नहीं है.
निवेश करके सुस्त पड़ जाना
कई लोग पैसा लगाकर सुस्त पड़ जाते हैं. अगर कहीं इन्वेस्टमेंट कर रहे हैं तो उस पर बराबर नजर रखिए. नहीं तो पैसे लगाने का कोई मतलब नहीं है.
सारा पैसा एक जगह ही लगाना
एक ही जगह सारा पैसा लगाएंगे तो रिस्क की संभावना ज्यादा रहेगी. सारा पैसा एक बार में डूब सकता है. इसलिए पैसे को कई जगह इन्वेस्ट कीजिए ताकि कहीं नुकसान हो तो कहीं से उसकी भरपाई भी हो सके.
सिर्फ सेविंग पर ध्यान देना
सेविंग करना अच्छी बात है. सबको अपनी जरूरत के हिसाब से कुछ पैसे बचाने चाहिए ताकि किसी भी तरह की जरूरत पड़ने पर परेशानी नहीं होना पड़े. लेकिन, महंगाई के इस दौर में कितनी भी सेविंग कर लो, वह काफी नहीं होती है. इसलिए, ज्यादा सेविंग करने की बजाय ऐसी जगह इन्वेस्ट करने की सोचें जहां से आपको बराबर अच्छा रिटर्न मिलता रहे.
कभी रिस्क नहीं लेना
कुछ लोग बैंक में सारा पैसा डाल देते हैं और सोचते हैं कि अच्छा ब्याज मिलेगा, पैसा सुरक्षित रहेगा. लेकिन पैसे को बैंक के बचत खाते या एफडी में ज्यादा रकम डालकर अच्छा रिटर्न पाने की सोच त्याग दीजिए. बैंक से ज्यादा-से-ज्यादा 10 प्रतिशत ब्याज मिल जाएगा. लेकिन इतने कम रिटर्न की खातिर पैसा लगाना फायदे का सौदा नहीं है. इससे बेहतर कहीं ऐसी जगह पर पैसा लगाइये जहां से अच्छा लगा रिटर्न मिल सके.
सिर्फ सैलरी के भरोसे रहना
हम यह समझ लेते हैं कि सैलरी ही इनकम का एकमात्र जरिया है. लेकिन ऐसा नहीं है. चाहे बैंक में किया गया फिक्स्ड डिपॉजिट हो या इंश्योरेंस पॉलिसी की मेच्योरिटी पर मिला पैसा, सब आपकी इनकम ही है. इसलिए ऐसी प्लानिंग करते रहिये जहां से रिटर्न मिलता रहे.
रिटायरमेंट प्लान लेने में देरी
हम लोग आधी उम्र बीत जाने पर रिटायरमेंट के बारे में सोचते हैं. लेकिन सही से देखा जाय तो नौकरी लगने के बाद ही बिना देर किए रिटायरमेंट प्लान के बारे में सोचना शुरू कर देना चाहिए. जिससे बाद में ज्यादा दिक्कत न हो.
सिर्फ टैक्स बचाने के लिए इन्वेस्टमेंट
ज्यादातर लोग इंश्योरेंस पॉलिसी और इन्वेस्टमेंट इसलिए कर देते हैं ताकि उन्हें टैक्स में छूट मिल सके. उनका केवल एक ही मकसद होता है सिर्फ टैक्स बचाना. टैक्स बचाना अच्छी बात है लेकिन सिर्फ टैक्स बचाने के लिए कहीं भी इन्वेस्ट कर देना तो बिल्कुल भी ठीक नहीं कहा जा सकता. कहीं ऐसी जगह पर इन्वेस्ट कीजिये जहां से टैक्स तो बचे ही, साथ में अच्छा रिटर्न भी मिल जाए.
बिना समझे शेयर मार्केट में पैसे लगाना
अक्सर होता है कि दूसरों को देखकर या किसी के कहने पर आप शेयर मार्केट में पैसा तो लगा देते हैं. लेकिन जब रिटर्न नहीं मिलता या पैसे डूबने लगते हैं तो आप अपनी किस्मत को कोसना शुरू कर देते हैं. शेयर मार्केट में पैसा तभी लगाइए जब आपको शेयरों की अच्छी समझ हो.
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