मेरठ। आसमान में दिनभर धूल छाई हुई है। भीषण गर्मी में वायुमंडल में धूल ही धूल होने से सांस लेना भी दूभर हो गया है। दिल्ली-देहरादून हाइवे पर दुपहिया वाहन चालकों को सबसे ज्यादा मुश्किलें आ रही हैं। घरों और प्रतिष्ठानों में मिट्टी की धूल ही धूल दिखाई दे रही है।
गर्मी में पारा 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चल रहा है। उमस के कारण आदमी पसीना-पसीना हो रहा है। ऐेसे में बुधवार को आसमान में धूल छा गई। सुबह से शाम तक छाई रही धूल से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। शहर के बाजारों और घरों में पहुंची मिट्टी की धूल से अव्यवस्था रही।
दुपहिया वाहन चालकों के लिए सांस लेना भी मुश्किल रहा। एनएच-58 पर भी धूल का प्रभाव रहा। वाहनों के आवागमन में दिक्कतें आई। सुरक्षा के लिए नागरिकों को चश्मे और चादरों से चेहरे ढकने पड़े। वायुमंडल में धूल की वजह से नागरिकों को बाजार और ऑफिस में कार्य के लिए जाने में दिक्कत हुई। गर्मी और लू के बीच धूल के प्रकोप से जन जीवन अस्त व्यस्त रहा। धूल के कारण दुकानदार भी परेशान है। धूल के कारण आंखों में जलन और सांस लेने में मुश्किलें आ रही हैं।
सबको है बारिश का इंतजार
गर्मी बढने और बिजली कटौती से परेशान नागरिकों को बारिश का इंतजार है। फिलहाल मानसून का कहीं दूर तक अतापता नहीं है। आकाश में छाई धूल के लिए बारिश को जरुरी माना जा रहा है।
बीमारियों की संभावना बढ़ जाती है राजवंशी
फिजिशियन डॉ सुशील राजवंशी का कहना है कि जिस तरह का मौसम है इसमें धूल से सांस लेने में समस्या आती है। खांसी के साथ नजला और जुकाम की समस्या बढ़ जाती है। तापमान 40 के आसपास रहने से धूल में बेहोशी जैसे हालात हो सकते हैं। इसलिए छायादार जगह में रहे। पानी अधिक पीएं। उल्टी, दस्त के साथ बुखार की संभावनाएं बढ़ जाती है।
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