नई दिल्ली। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल में मजबूती का संकेत मिलने से घरेलू वायदा बाजार में तेल के दाम में बुधवार को तेजी का दौर जारी रहा, लेकिन पेट्रोल और डीजल की कीमतें स्थिर रहीं। तेल विपणन कंपनियों ने लगातार छह दिन तक तेल के दाम में वृद्धि करने के बाद बुधवार को विराम लिया। हालांकि कच्चे तेल के दाम में आई हालिया तेजी से आगे पेट्रोल और डीजल के दाम में और इजाफा होने की संभावना बनी हुई है।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर बुधवार को शाम करीब पौने पांच बजे कच्चे तेल का अक्टूबर डिलीवरी वायदा पिछले सत्र के मुकाबले 23 रुपये की बढ़त के साथ 5,524 रुपये प्रति बैरल पर बना हुआ था। इससे पहले दैनिक कारोबार के दौरान वायदा भाव 5,546 रुपये प्रति बैरल तक उछला।
गांधी जयंती के अवसर पर अवकाश होने के कारण मंगलवार को बाजार बंद था, लेकिन सोमवार को एमसीएक्स पर कच्चे तेल के वायदे में जोरदार उछाल आया और भाव 5,500 के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार कर गया, जोकि करीब चार साल का ऊंचा स्तर है।
हालांकि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव में सोमवार को आई जोरदार तेजी के बाद कीमतों में अब थोड़ी नरमी आई है। एंजेल ब्रोकिंग हाउस के एनर्जी विशेषज्ञ अनुज गुप्ता ने बताया कि अमेरिका में कच्चे तेल का भंडार बढ़ने और आगे तेल उत्पादक देशों द्वारा उत्पादन में बढ़ोतरी करने की संभावनाओं से कीमतों में नरमी आई है।
इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज (आईसीई) पर ब्रेंट क्रूड का दिसंबर वायदा अनुबंध पिछले सत्र के मुकाबले तकरीबन स्थिरता के साथ 84.86 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ था। हालांकि कारोबार के दौरान वायदे में ऊपरी स्तर 85.33 डॉलर रहा। बेंट क्रूड सोमवार को 85.45 डॉलर प्रति बैरल तक उछाला था, जोकि चार साल का ऊपरी स्तर है।
अमेरिकी लाइट क्रूड वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) हल्की बढ़त के साथ 75.28 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ था।
बाजार के जानकारों के अनुसार, भारत में पेट्रोल और डीजल का भाव अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम से तय होता है और कच्चे तेल के दाम में आई तेजी या मंदी का असर भारत में पेट्रोल के दाम पर तकरीबन दो सप्ताह बाद ही दिखता है।
ऐसे में हालिया वृद्धि का असर आगे दिख सकता है क्योंकि दो सप्ताह पहले अंतर्राष्ट्रीय बाजार में ब्रेंड क्रूड का भाव 80 डॉलर प्रति बैरल से नीचे ही था और डब्ल्यूटीआई तकरीबन 70 डॉलर प्रति बैरल था। लेकिन दो सप्ताह में कच्चे तेल के दाम में तकरीबन पांच डॉलर प्रति बैरल का इजाफा हुआ है।
केडियो कमोडिटी के डायरेक्टर अजय केडिया ने कहा कि ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंध से कच्चे तेल की आपूर्ति में कमी होने की आशंका से कीमतों को सपोर्ट मिल रहा है। उन्होंने कहा कि इस सप्ताह की शुरुआत में तेल के दाम में जो तेजी आई वह अमेरिका, मेक्सिको और कनाडा की त्रिपक्षीय संधि से प्रेरित थी।
पेट्रोल और डीजल के दाम में बुधवार को तेल कंपनियों ने कोई वृद्धि नहीं की। दिल्ली, कोलकाता, मुंबई में पेट्रोल का दाम क्रमशः 83.85 रुपये, 85.65 रुपये, 91.20 रुपये और 87.18 रुपये प्रति लीटर रहे। वहीं, चारों महानगरों में डीजल क्रमशः 75.25 रुपये, 77.10 रुपये, 79.89 रुपये और 79.57 रुपये प्रति लीटर था। इससे पहले तेल कंपनियों ने लगातार छह दिन तेल की कीमतें बढ़ाई थीं।
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