नई दिल्ली। केंद्रीय बिजली तथा नवीन एवं नवीकरणीय मंत्री पीयूष गोयल ने विश्व समुदाय से स्वच्छ ऊर्जा को बढावा देकर जहरीली ग्रीन हाउस गैसों का उत्सर्जन कम करने के लिए समन्वित प्रयास करने का आग्रह करते हुए जलवायु परिवर्तन के खतरों से निपटने के लिए मिशन मोड में काम करने की जरूरत बतायी।
गोयल ने यहां तीन दिवसीय आठवें;विश्व नवीकरण ऊर्जा प्रौद्योगिकी कांग्रेसके उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि ऊर्जा का विकेंद्रीकरण ,डिजिटलीकरण और कार्बन उत्सर्जन कम करना सबका साझा लक्ष्य होना चाहिए। विश्व समुदाय को इन तीनों लक्ष्यों को हासिल करने में अपनी ऊर्जा लगानी चाहिए अन्यथा वैश्विक अर्थव्यवस्था की रफ्तार धीमी हो सकती है।
उन्होंने कहा कि पर्यावरण को साफ -सुथरा बनाने के लिए समय तेजी से निकलता जा रहा है। पिछले 10 से 15 वर्षाें में विश्व में ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन बढने से पर्यावरण की गुणवत्ता में तेजी से गिरावट आयी और इससे निपटना मनुष्य के लिए सबसे बडी चुनौती बन गयी है। पेरिस समझौते के बाद पूरी दुनिया ने यह समझ लिया कि जलवायु परिवर्तन गंभीर मुद्दा है। इस चुनौती से वैश्विक स्तर पर मिशन मोड में निपटने की जरूरत है।
दुनिया भर से आये निवेशकों ,विशेषज्ञों ,सलाहकार समूहों तथा सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र के भागीदारों को संबोधित करते उन्होंने कहा कि भारत दुनिया के बेहतर भविष्य के लिए कई वैश्विक मंचों से इस चुनौती से निपटने के लिए प्रयास कर रहा है। इसमें अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन , मिशन इनोवेशन अफ्रीकी नवीकरणीय ऊर्जा पहल और जी-20 के ऊर्जा मंत्रियों के समूह जैसे मंच शामिल हैं।
गोयल ने इस मौके पर एनर्जी ऐंड एनवायरनामेंट फाउंडेशन ग्लोबल एक्सेलेंस -2017 का पुरस्कार भी दिया। -(एजेंसी)
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