मुंबई। केंद्रीय परिवहन व जहाजरानी मंत्री नितीन गडकरी ने कहा कि केंद्र में मंत्री बनने के बाद से उन्होंने महाराष्ट्र के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं शुरू करवाई हैं। केंद्र सरकार के सहयोग से महाराष्ट्र विकसित राज्यों में अव्वल स्थान पर काबिज होगा। गुजरात से भी ज्यादा विकास मुंबई व महाराष्ट्र में हो रहा है औऱ मुंबई ही देश की आर्थिक राजधानी बनी रहेगी।
गडकरी ने यह भी स्पष्ट किया कि वे महाराष्ट्र की राजनीति में वापसी नहीं कर रहे है। कुछ साल तक वे मुंबई और महाराष्ट्र नहीं छोड़ना चाहते थे, लेकिन अब वह दिल्ली की राजनीति में अपने पैर जमा चुके हैं।
मराठी पत्रकार संघ की ओर से आयोजित प्रेस मीट में गडकरी ने यह जानकारी दी। गडकरी ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर उनका मंत्रालय जिस प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है, उससे वह भावनात्मक रूप से जुड़ चुके हैं। जो दायित्व उन्हें सौंपा गया है उससे संतुष्ट हैं। गडकरी ने कहा कि महाराष्ट्र की राजनैतिक व सांस्कृतिक विरासत को वे दिल्ली में रहकर और भी ज्यादा बेहतर तरीके से महसूस कर पा रहे हैं।
गडकरी ने कहा कि उनके मंत्रालय ने महाराष्ट्र के राष्ट्रीय महामार्ग के लगभग 2 लाख 82 हजार 595 करोड़ के प्रोजेक्ट शुरू किए हैं। महामार्ग के विकास के साथ ही राज्य में वॉटर वे प्रोजेक्ट एवं क्रूज टूरिज्म को भी बढ़ावा देने पर काम किया जा रहा है। शिपिंग व पोर्ट के 70 हजार करोड़ से ज्यादा के प्रोजेक्ट को मंजूर किए गए हैं। इसके अलावा कई बंद कर दिए गए प्रोजेक्ट को भी फिर से शुरू किए जा रहे हैं। इनमें से कई प्रोजेक्ट 50 फीसदी से ज्यादा पूरे हो चुके हैं। गडकरी के मुताबिक महाराष्ट्र में नदी जो़ड़ परियोजना के तहत गोदावरी, पिंजाल, तापी, दमनगंगा नदी के पानी को संचित किया जाएगा। जल किल्लत से जूझ रहे विदर्भ, मराठवाड़ा, नाशिक औऱ पश्चिम महाराष्ट्र के जिलों में 14000 करोड़ की कई परियोजनाओं को शुरू किया गया है।
गडकरी के अनुसार केंद्र सरकार की ओऱ से अटल योजना और हर खेत को पानी योजना को शुरू किया जा रहा है। इसके अलावा ब्रिज कम बांध योजना से भी भूजल स्तर को बढ़ाने व जल संचय पर जोर दिया जा रहा है। सरकार ने इसके लिए साढ़े 4 लाख करोड़ से ज्यादा के प्रोजेक्ट मंजूर किए गए हैं। उन्होंने कहा कि मुंबई-गोवा राजमार्ग के विस्तार के लिए 250 करोड़ रुपए मंजूर किए गए हैं।
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